पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर तनाव गहराता दिखा जब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहनों पर रावलपिंडी में पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। सर्द रात में हुई इस कार्रवाई ने पूरे देश में हलचल मचा दी है और विपक्षी दलों ने इसे “अमानवीय” और “लोकतंत्र का दमन” करार दिया है।
धरना अदियाला जेल के बाहर, मुलाकात की अनुमति नहीं मिली
यह घटना रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर हुई, जहां इमरान खान की बहनें — अलीमा खान, नूरीन खान और उज़्मा खान — अपने भाई से मुलाकात की अनुमति न मिलने के विरोध में धरने पर बैठी थीं। वे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रही थीं।
पुलिस ने भीड़ हटाने के लिए की कार्रवाई
रात होते-होते धरने में समर्थकों की संख्या बढ़ने लगी। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन (पानी की तेज बौछार) का सहारा लिया। ठंडी हवाओं और बर्फीली रात में पानी की बौछार से कई प्रदर्शनकारी गिर पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिलाएं और बुजुर्ग भी इससे प्रभावित हुए।
PTI ने बताया अमानवीय व्यवहार
PTI नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “महिलाओं पर पानी की बौछार चलाना शर्मनाक है। यह शांतिपूर्ण विरोध करने के अधिकार पर सीधा हमला है।” उन्होंने सरकार पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से हस्तक्षेप की मांग की।
पुलिस ने दी सफाई
वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई थी। अधिकारियों के अनुसार, “मुलाकात का समय समाप्त हो गया था और भीड़ बढ़ने से सुरक्षा को खतरा हो सकता था, इसलिए प्रदर्शनकारियों को हटाया गया।”
सोशल मीडिया पर गुस्सा, #JusticeForPTI ट्रेंड में
घटना के बाद सोशल मीडिया पर #ReleaseImranKhan और #JusticeForPTI जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई यूज़र्स ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि “यह पाकिस्तान की राजनीति नहीं, क्रूरता का चेहरा है।” PTI समर्थकों ने देशभर में नए विरोध प्रदर्शनों की घोषणा की है।
राजनीतिक माहौल में फिर बढ़ा तनाव
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता पहले से ही चरम पर है। इमरान खान जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ कई मामले चल रहे हैं। उनकी बहनों पर पुलिस कार्रवाई ने सरकार और विपक्ष के बीच टकराव को और गहरा कर दिया है।