नि:संतान दंपत्तियों के लिए वरदान साबित हो रहा जिंदल हॉस्पिटल एंड फर्टिलिटी सेंटर

मायूस महिलाओं की सूनी गोद भर रहा है जिंदल हास्पिटल, मई महीने में 26 महिलाएं हुई गर्भवती

मेरठ (एनएफटी संवाददाता)। जिंदल हॉस्पिटल एंड फर्टिलिटी सेंटर उन दंपती के लिए वरदान साबित हो रहा है, जिन्हें औलाद का सुख नहीं मिला है। अब तक यहां का आइवीएफ सेंटर 10 हजार से अधिक दंपती को सुनी गोद भर चुका है। यहां हर यह दंपती आता है, जिसे चारों तरफ से निवशा मिल चुकी हो। मई माह में ही 26 ऐसी महिलाएं गर्भवती हुई हैं, जो हर जगह अपना उपचार  करा चुकी थीं, लेकिन उन्हें निराशा हो हाथ लगी थी।

ईव्ज चौराहा के निकट स्थित जिंदल हॉस्पिटल एंड फर्टिलिटी सेंटर में  देश के अलग-अलग स्थानों फरीदाबाद, दिल्ली, बेंगलुरु, उड़ीसा, बागपत, अमरोहा, दिल्ली, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, आगरा, प्रयागराज, भोपाल, मुजफ्फरनगर एवं अपने शहर मेरठ से आई 26 महिलाओं ने मई माह में आईवीएफ, ईक्सी, माईक्रो टिसे की विधि से गर्भधारण किया गया। ये वे दंपत्ति हैं, जो पहले कई IVF असफलताओं, हार्मोनल समस्याओं, गर्भाशय रोग और शुक्राणु दोषों का सामना कर चुके थे और जिन्हें देश-विदेश के बड़े केंद्रों ने मना कर दिया था, परन्तु आज वे गर्भधारण कर चुके हैं और ये जिंदल हॉस्पिटल मेरठ में हुआ। जिंदल हॉस्पिटल को 10,000 टेस्ट ट्यूब बेबीस के सफल जन्म का अनुभव प्राप्त है और 30 वर्षों से सफलता की परंपरा और भरोसे का प्रतीक बना हुआ है।

यह सामान्य केस नहीं थे। इन महिलाओं की अनेक समस्याएं थीं जैसे

गंभीर एंडोमेट्रियोसिस

PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम)

गर्भाशय की टीबी

ट्यूब ब्लॉकेज और हाइड्रोसैलपिक्स

बहुत कम या शून्य शुक्राणु (Azoospermi)

कम AMH और समय से पहले ओवरी फेलियर

IVF की बार-बार असफलताएं

पतला एंडोमेट्रियम और शुक्राणु के डीएनए में खराबी

कुछ असली कहानियां, कुछ असली चमत्कार (सभी का नाम परिवर्तित)

फरीदाबाद से दंपत्ति : पांच वर्षों से विवाहित, नेहा का AMH कम था और पति को शून्य शुक्राणु (Azoospermia) था । हमारे यहाँ Micro TESE और स्वयं की अंडाणुओं से ICSI के माध्यम से दूसरे प्रयास में गर्भधारण हुआ। मेनका, उम्र 40 वर्ष के गर्भाश्य में एक बड़ा फाइब्रॉइड था व एंडोमेट्रियोसिस थी और पति को शून्य शुक्राणु (Azoospermia) था। ICSI के माध्यम से 19 साल बाद पहली बार, मेनका जी माँ बनने जा रही हैं। दिल्ली की 32 वर्षीय महिला एकता का AMH कम था हाइड्रोसैलपिंक्स, यूटेराइन टीबी, और पन एंडोमेट्रियम था। पूरी तरह से ट्रीटमेंट प्लान के बाद आज ईक्सी के माध्यम से वह गर्भवती हैं। बेंगलुरु की 29 वर्षीया महिला प्रतिभा जिनका AMH बहुत कम था, यूटेराइन फाइब्रॉइड्स, ओ शुक्राणु थें। माईको टिसे द्वारा शुक्राणु निकालकर ईक्सी के माध्यम से गर्भधारण संभव किया। दिल्ली की Poor Responder महिला बबीता का दो बार IVF असफल होने के बाद हमारे यहाँ पहले ही प्रयास में गर्भधारण हुआ। पूरी तरह से ट्रीटमेंट प्लान के बाद इनके पति के sperm DNA को सुधारा गया और बेहतर एम्ब्रायो क्वालिटी से इनका मॉ बनने का सपना साकार हुआ। इसी तरह उड़ीसा की 6 साल से विवाहित महिला सुनिता को Severe PCOS और 4 IVF फेलियर थे। पहले एक एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी हो चुकी थी, लेकिन यहाँ पहले प्रयास में सफलता मिली। क्यों जिंदल हॉस्पिटल में असंभव केस भी सफल हो जाते हैं?

व्यक्तिगत फर्टिलिटी योजना हर मरीज की जड़ से जाँच और विशेष उपचार योजना।

उन्नत तकनीकें - Micro&TESE, PRP, ERA, DNA Fragmentation Repair जैसी तकनीकें।

10,000 सफल जन्मों का अनुभव 30 वर्षों से सफलता की परंपरा और भरोसे की नींव।

ईमानदारी और किफायती इलाज लक्ष्य पैसा नहीं, माँ-बाप बनाना है।

शारीरिक, मानसिक पोषण आधारित देखभाल केवल दवाएं नहीं, पूरी जिंदगी को संतुलित करना हमारी प्राथमिकता।

जिंदल हॉस्पिटल एंड फर्टिलिटी सेंटर के प्रबंध निदेशक वरिष्ठ एंड्रोलाजिस्ट डा. सुनील जिंदल और वरिष्ठ प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. अंशु जिंदल का संदेश

हमारे लिए हर बच्चा एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं, एक मानवीय चमत्कार है। हम उन परिवारों के साथ चलते हैं जिन्हें सबने छोड़ दिया। अगर आप शहर में नहीं रहते, अमीर नहीं हैं, फिर भी आप माता-पिता बन सकते हैं। बस सही जानकारी और सही दिशा चाहिए।

निःसंतान दंपतियों के लिए एक संदेश

प्रिय दंपतियों, अगर आपने हर रास्ता देखा, हर क्लिनिक बदल लिया, और अब आप थक चुके हैं- तो एक बार रुकिए। आप टूटी हुई चीज नहीं हैं। आप अधूरी कहानी नहीं हैं। निःसंतानता कोई अंत नहीं है। विज्ञान के पास आज वो समाधान हैं, जो पहले असंभव थे। चाहे आपकी उम्र अधिक हो, अंडाणु कम हों, ट्यूब ब्लॉक हो, एंडोमेट्रियोसिस हो या पति को शुक्राणु की समस्या हो-आशा अब भी बाकी है।

जिंदल हॉस्पिटल एंड फर्टिलिटी सेंटर के बारे में

ईव्ज चौराहा मेरठ स्थित जिंदल हॉस्पिटल अब देश का प्रमुख IVF व निःसंतानता केंद्र बन चुका है। डॉ. सुनील जिंदल और डॉ. अंशु जिंदल के मार्गदर्शन में यह हॉस्पिटल अब भारत और विदेशों से रेफरल प्राप्त कर रहा है। यहाँ भारत का सबसे बड़ा फर्टिलिटी YouTube चैनल भी संचालित होता है, जिससे लाखों दर्शक जुड़ चुके हैं।