मेरठ (एनएफटी रिपोर्टर)। सरदार
वल्लभ भाई पटेल कृष विश्वविद्यालय के
कुलपुति सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता
में कुललपति डा. के.के. सिंह ने बताया
कि प्रसार निदेशालय द्वारा आयोजित
अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि
उद्योग प्रदर्शनी में इस बार मुख्य आकर्षण
पशु प्रदर्शनी एवं फलफूल, शाकभाजी
प्रदर्शनी होगी। मेले में हरियाणा से उच्च
नस्ल के भैंसे प्रदर्शन के लिए आ रहे हैं।
इस अवसर पर फलफूल, शाकभाजी
प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता का आयोजन
किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान
मेले में किसानों को रबी फसलों के बीज
पेड़ पौधों से सम्बन्धित नर्सरी में विकसित
किए गए पौधे तथा विभिन्न अनुसंधान
संस्थानों द्वारा विकसित की गई तकनीकों
को देखने एवं खरीदने का मौका मिल
सकेगा।
किसानों को लाने के लिए
विश्वविद्यालय की तरफ से 93 बसों की
व्यवस्था की गई है। कुलपति ने बताया कि
किसान मले का उद े ्घाटन सूर्यप्रताप शाही,
मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान,
उत्तर प्रदेश, मुख्य अतिथि एवं बलदेव
सिंह औलख, कृषि राज्यमंत्री, कृषि, कृषि
शिक्षा एवं अनुसंधान, उत्तर प्रदेश, अति
विशिष्ट अतिथि होंगे। निदेशक प्रसार,
पी.के. सिंह ने बताया कि किसान मेले में
लगभग 25 हजार किसानों को लाने का
प्रयास किया जा रहा है। किसान मेले में
150 स अे धिक स्टाल लगान की ववस्था
की गई हैं। उन्होंने बताया कि मेले में कृषि
उद्योग प्रदर्शनी, शोध केन्द्रों पर परीक्षण
एवं प्रदर्शन, रबी फसलों एवं सब्जियों के
उन्नत शील प्रजातियों के बीजों की बिक्री,
आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रदर्शन, कृषि
समस्या समाधान हेतु विचार गोष्ठी एवं
विशेषज्ञों के व्याख्यान तथा पशु प्रदर्शनी,
ड्रोन का सजीव प्रदर्शन आदि आकर्षण
होंगे, जिनके माध्यम सेकिसानों को
उचित जानकारी दी जायेगी। पशु प्रदर्शनी
एवं फल-फूल, शाकभाजी प्रदर्शनी एवं
प्रतियोगिता का आयोजन 14 एवं 15
अक्टूबर को किया जायेगा।
किसानों के
मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक काय्रक्रमों
का आयोजन प्रस्तावित है।
डा. टी.के. सरकार, अधिष्ठाता
प्रतिनिधि, पशु चिकित्सा महाविद्यालय
ने अवगत कराया कि किसान मेला में
विभिन्न नस्ल के गाय भैंसों को गुणवत्ता
के आधार पर पुरस्कृत किया जाएगा। इस
अवसर पर कुलसचिव, डा. रामजी सिंह,
निदेशक प्रसार, डा. पी.के. सिंह, निदेशक
प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, डा. आर.एस.
सेंगर, निदेशक प्रशासन एवं अनुश्रवण,
डा. यू.पी. शाही, डा. अमितकुमार, डा.
बिजेन्द्र सिंह, डा. मुकेश कुमार, डा.
पी.के. सिंह, डा. एस.के. लोधी, डा.
एस.के. त्रिपाठी, डा. हरि ओम कटियार
एवं विनय प्रताप सिंह, पीआरओ, रितुल
सिंह आदि मौजूद रहे।