मेरठ (एनएफटी रिपोर्टर)। उत्तर प्रदेश
की राज्यपाल एवं सरदार वल्लभभाई
पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय
की कुलाधिपति आनन्दीबेन पटेल से प्राप्त
दिशा निर्देशों के क्रम में विश्वविद्यालय
द्वारा “कृषि विश्वविद्यालय : किसानों
के द्वार” नामक योजना के अंतर्गत एक
विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा
है। यह कार्यक्रम प्रदेश में किसानों तक
विश्वविद्यालय द्वारा वैज्ञानिक तकनीकों
एवं उपयोगी जानकारी पहुंचाने की
दिशा में एक प्रथम व अनूठी पहल है।
कार्यक्रम का आयोजन 10, 13 एवं 17
अक्टूबर को जनपद के दौराला एवं सुरानी
अलीपुर, मामेपुर, ललसाना, मीठेपुर,
वलीदपुर, दशरथपुर एवं लोइया ग्रामों में
किया जा रहा है।
प्रथम दिन कार्यक्रम में
विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों
के कुल 21 वैज्ञानिकों एवं 21 छात्रों ने
सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया। कार्यक्रम
के तीन दलों का नेतृत्व डा. लाल बहादुर
सिंह, डा. रामचन्द्र एवं डा. शिशुपाल सिंह
ने किया।
कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय, जैव
प्रौद्योगिकी, उद्यान, खाद्य प्रसंस्करण,
पशुचिकित्सा एवं तकनीकी तथा गन्ना
महाविद्यालय के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों
की सहभागिता रहेगी, जो किसानों को
आधुनिक कृषि तकनीकों, जैविक खेती,
फसल विविधीकरण, पशुपालन, खाद्य
प्रसंस्करण एवं जलवायु अनुकूल कृषि
पद्धतियों की जानकारी प्रदान करेंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति
डा. के.के. सिंह ने 10 अक्टूबर को
प्रातः 10:30 बजे विश्वविद्यालय
प्रशासनिक भवन से हरी झंडी दिखाकर
विश्वविद्यालय बस को रवाना कर किया।
प्रथम दिन वैज्ञानिकों व छात्रों का विशेषज्ञ
दल गांव दौराला, अलीपुर व सुरानी
पहुंचा।