भारत को भुखमरी और कुपोषण से मुक्त करने के लिए आगे आए

देश के जी20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने ‘भूखमरी मुक्त’ भारत बनाने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी का आह्वान किया।

नई दिल्ली (एजेंसी)। देश के जी20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने ‘भूखमरी मुक्त’ भारत बनाने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार अकेले इस चुनौती से नहीं निपट सकती। यह टिप्पणी उन्होंने बुधवार को मालाबार समूह की विस्तारित कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पहलों के शुभारंभ में की। इस मौके पर अमिताभ कांत ने आभूषण कंपनी की ‘द हंगर फ्री वर्ल्ड’ परियोजना की प्रशंसा की। बता दें कि, इस परियोजना का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में 70,000 वंचित लोगों को प्रतिदिन भोजन कराना है।

अमिताभ कांत ने आगे कहा कि अगर मालाबार समूह जैसे और समूह हों, तो हम दुनिया को बदलने में सक्षम हैं। इसके लिए सरकार, सिविल सोसाइटी, निजी क्षेत्र और व्यक्तियों के बीच निरंतर सहयोग की आवश्यकता है। भारत में लगभग 11.9 करोड़ लोग कुपोषित हैं, जिनमें महिलाओं और बच्चों पर सबसे अधिक बोझ है। सरकार वितरण केंद्रों के माध्यम से आठ करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देती है, लेकिन पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि निजी क्षेत्र स्थानीय स्तर पर यह जिम्मेदारी संभाले। मालाबार समूह के अध्यक्ष एम पी अहमद ने ‘द हंगर फ्री वर्ल्ड’ परियोजना के लिए 150 करोड़ रुपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में 29.5 करोड़ लोग गंभीर भूख का सामना कर रहे हैं।