राजकरण
सीएम योगी की अधिकारियों को दो टूक : पुलिस से जुड़े मामलों में करें सख्त कार्रवाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी है कि पुलिस से जुड़े मामलों में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। पीड़ितों की मदद में विलंब और लापरवाही कतई नहीं होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश
के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी है कि
पुलिस से जुड़े मामलों में सख्त कार्रवाई
की जानी चाहिए। पीड़ितों की मदद में
विलंब और लापरवाही कतई नहीं होनी
चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि जनता
की समस्याओं के समाधान में किसी तरह
की लापरवाही हई ुतो संबंधित के खिलाफ
कार्रवाई भी तय है। किसी पीड़ित की
समस्या के समाधान में अगर कहीं भी कोई
दिक्कत आ रही है, तो उसका पता लगाकर
निराकरण कराया जाए और किसी स्तर पर
जानबूझकर कर प्रकरण को लंबित रखा
गया है तो संबंधित की जवाबदेही तय की
जाए। सीएम योगी ने यह निर्देश मंगलवार
को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के
दौरान लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान
दिए। मंदिर परिसर के महंतदिग्विजयनाथ
स्मृति भवन सभागार में आयोजित जनता
दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
करीब 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी
समस्याएं सुनीं। सीएम योगी ने सभी को
आश्वस्त किया किकिसी को भी घबराने
की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का
वह प्रभावी निस्तारण कराएंगे।
इसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस
के अधिकारियों को मौके पर ही दो टूक
समझाया कि जनता की समस्याओं का
समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण
निस्तारण करें। कुछ प्रकरणों पर उन्होंने
अफसरों को निर्देशित किया कि यह भी
पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन
का सहयोग नहीं मिला है, तो ऐसा क्यों
और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित
की त्वरित मदद की जाए। उन्होंने जमीन
कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत
कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। हर
बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में
कुछ लोग इलाज में आर्थिक सहायता
की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर सीएम
योगी ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से
जल्द अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया
पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध करा दें।
इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन
कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी। जनता
दर्शन में परिजनों के साथ आए बच्चों
को प्यार-दुलारकर सीएम योगी ने उन्हें
चॉकलेट दिया। गोरखनाथ मंदिर प्रवास
के दौरान मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ की दिनचर्या परंपरागत रही।
गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने तथा
अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ
की प्रतिमा समक्ष शीश झुकाने के बाद वह
मंदिर परिसर के भ्रमण पर निकले। मंदिर
की गोशाला में पहुंचकर गोसेवा की। गायों
और गोवंश को स्नेहिल भाव से गुड़-रोटी
खिलाया।