प्रयागराज में चल रहे Mahakumbh 2025 की तैयारियां पूरी रफ्तार पर हैं। मौनी अमावस्या, जो इस महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है, से पहले प्रशासन ने यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े बदलाव किए हैं। Entry और Exit के नियमों में बदलाव किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो।
क्या हैं नए रूट डायवर्जन के नियम?
मौनी अमावस्या से पहले प्रयागराज में भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कुछ प्रमुख रूट्स पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया है।
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प्रमुख प्रवेश मार्ग बंद:
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पार्किंग की विशेष व्यवस्था:
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Entry और Exit के बदले नियम:
मौनी अमावस्या का महत्व
मौनी अमावस्या, महाकुंभ का सबसे पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन संगम में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्नान करने के लिए आते हैं।
श्रद्धालुओं के लिए जरूरी बातें
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ई-टोकन साथ रखें: रजिस्ट्रेशन के बाद ही संगम क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा।
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पहले से योजना बनाएं: यात्रा से पहले अपने रूट और पार्किंग स्थल की जानकारी लें।
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सुरक्षा निर्देशों का पालन करें: प्रशासन द्वारा लगाए गए सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन की तैयारियां
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सुरक्षा बलों की तैनाती:
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स्वास्थ्य सुविधाएं:
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साफ-सफाई पर विशेष ध्यान:
श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
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भीड़भाड़ से बचने के लिए प्रशासन द्वारा सुझाए गए समय पर ही स्नान करें।
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अपने साथ केवल जरूरी सामान ही ले जाएं।
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सुरक्षा बलों और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
Mahakumbh 2025 के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचेंगे, ऐसे में इन नए नियमों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है। अगर आप भी इस पवित्र स्नान का हिस्सा बनने जा रहे हैं, तो इन निर्देशों का ध्यान रखें और अपनी यात्रा को सुखद बनाएं।