ललितपुर (एजेंसी)।
सनातन धर्म में आस्था के
अनेक रूप देखने को मिलते
हैं और चारधाम यात्रा इसके
सर्वश्षरे्ठ उदाहरणों में से एक
है। जैसे ही केदारनाथ धाम
के कपाट खुले, उत्तराखंड
में चारधाम यात्रा की आध्यात्मिक शुरुआत हो गई और श्रद्धालुओं में गजब का
उत्साह देखने को मिल रहा है। इस यात्रा को अलग ढंग से जीने का संकल्पलिया
है सागर (मध्य प्रदेश) के निवासी देवा ने, जिन्होंने साइकिल से चारधाम यात्रा
करने का निर्णय लिया है। सोमवार प्रातः 9 बजे देवा साइकिल पर सवार होकर
सागर से निकल पड़े और रात होते-होते ललितपुर के निकट पहुंचे।
माँ महाकाली पीठ पर हुआ स्वागत
देवा के ललितपुर आगमन पर गांधीनगर स्थित माँ वीरलोचनी बीजासेन
महाकाली सिद्ध पीठ के अध्यक्ष विनीत बाबा बाल्मीकि ने अपने सहयोगियों
सहित घंटाघर के पास उनका भव्य स्वागत किया। देवा को माँ भगवती के दर्शन
कराए गए और माँ की चुनरी, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
सिद्ध पीठ की ओर से देवा की भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी की गई और
उन्हें आगे की यात्रा के लिए मंगलकामनाएं देते हुए विदा किया गया।
देवा की यह यात्रा केवल धार्मिक नहीं, सामाजिक उद्देश्य से भी जुड़ी हुई
है। वे जगह-जगह रुककर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं और लोगों
को जागरूक कर रहे हैं। उनका कहना है कि बाबा महाकाल की भक्ति से
दुःखों से मुक्ति मिलती है, और इस यात्रा को उन्होंने न केवल श्रद्धा बल्कि
जन-जागरूकता का माध्यम भी बनाया है। देवा के इस साहसी और अद्वितीय
कदम की क्षेत्रवासियों ने सराहना की है। इस अवसर पर माँ महाकाली सिद्ध
पीठ के संरक्षक दिलीप घावरी, श्रीमती मालती देवी, विनीत बाबा बाल्मीकि,
आकाश ताम्रकार, रियाज़ मंसूरी, कपिल घावरी, चन्दन सिंह अहिरवार,
विकास घावरी, चंद्रविनोद मिश्रा, विनोद अहिरवार, कपिल पटवा, सौरभ
जैन, भजन कुशवाहा, सचिन पंथ, विशाल विश्वकर्मा, अंकित विश्वकर्मा,
अयांश घावरी, नयन घावरी, वीर घावरी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और
स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।