स्वास्थ्य

NCR में कड़ाके की ठंड शुरू, तापमान 2 डिग्री लुढ़का; मामूली सुधार के बावजूद AQI ‘खराब’ श्रेणी में बरकरार

दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड का असर दिखने लगा है। तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि मामूली सुधार के बावजूद वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी से बाहर नहीं आ सकी है।

 एनसीआर में सर्दी लगातार अपने तेवर दिखा रही है। बुधवार की रात तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जिसके बाद न्यूनतम तापमान कई इलाकों में 8 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में भी पारा और नीचे फिसलने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार 11, 12 और 13 दिसंबर में दिन का तापमान 23 से 24 डिग्री के बीच और रात का तापमान 8 से 9 डिग्री रहने का अनुमान है। सभी दिनों में हल्का कोहरा भी छाए रहने की संभावना भी है। सर्द हवाओं ने जहां ठंड बढ़ाई है, वहीं तेज हवा की वजह से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में मामूली सुधार भी देखने को मिला है। हालांकि, यह सुधार लोगों को राहत देने के लिए पर्याप्त नहीं है, क्योंकि ज्यादातर स्टेशन अब भी ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्जकिए जा रहे हैं। गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर कुछ कम हुआ है, पर कई इलाके अब भी सांस लेने में परेशानी पैदा कर रहे हैं। इंदिरापुरम में एक्यूआई 288, लोनी में एक्यूआई 375, संजय नगर में एक्यूआई 268 और वसुंधरा में एक्यूआई 319 दर्जकिया गया है। राजधानी दिल्ली के अधिकतर मॉनिटरिंग स्टेशन 300 से ऊपर की श्रेणी में बने हुए हैं, जिनमें मुकरबा चौक- 315, आनंद विहार- 303, अशोक विहार- 332, बवाना- 335, चांदनी चौक- 309 और डीटीयू में एक्यूआई 333 दर्जकिया गया। इसके अलावा नोएडा में भी हवा साफ नहीं हुई है। कुछ जगहों पर सुधार दिखा, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक है।

जिनमें सेक्टर-125 में 309, सेक्टर-62 में 248, सेक्टर-1 में 292 और सेक्टर-116 में एक्यूआई 332 दर्जकिया गया है। एक्यूआई भले ही 300 के नीचे कुछ इलाकों में आया हो, फिर भी हवा में मौजूद महीन कणों की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश, आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं। तेज हवाओं से कुछ राहत मिली है, लेकिन मौसम विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक हालात सामान्य होने में अभी समय लगेगा। सर्दी और कोहरे के साथ हवा की गुणवत्ता में अगले कुछ दिनों तक बड़ा सुधार होने की संभावना कम ही है। बस्ती में कोडीन सिरप बरामदगी मामले में दो को 10 साल की सजा, 1-1 लाख रुपए का जुर्माना बस्ती (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश में बस्ती के फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वितीय के जज विजय कुमार कटियार ने कोडीन सिरप रखने के मामले में बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तार अहमर खान उर्फ तारा और रमजान शेख को दोषी करार दिया गया है। कोर्ट ने दोनों को 10 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है और प्रत्येक पर 1 लाख रुपए का अर्थदंड भी लगाया। कोर्ट ने कहा कि जुर्माना अदा नहीं करने पर उन्हें एक साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी। यह गिरफ्तारी 29 मार्च 2025 को रेलवे प्लेटफार्म पर चेकिंग के दौरान हुई थी। अहमद के पास 300 सीसी और रमजान के पास 215 सीसी प्रतिबंधित कोडीन सिरप बरामद किया गया था। इसके बाद जीआरपी ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। सरकारी अधिवक्ता उत्कर्ष ने कोर्ट में इस मामले के सभी पहलुओं को रखा। अधिवक्ता उत्कर्ष ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि बलरामपुर जिले के निवासी अहमद और रमजान को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। दोनों को प्रतिबंधित सिरप के मामले में दस साल की सजा सुनाई गई है।

पहले योगी सरकार के निर्देश पर पूरे प्रदेश में एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की थी। प्रदेशभर में लाखों की अवैध नारकोटिक और कोडीनयुक्त औषधियां जब्त की गई थीं। 5 दिसंबर तक 128 एफआईआर दर्ज की गई थीं। नई िदल्ली (एजेंसी) । संसद के शीतकालीन सत्र के बीच ‘घुसपैठियों’ को लेकर राजनीतिक घमासान मचा है। भाजपा ने विपक्ष पर घुसपैठियों को बचाने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, विपक्ष के सांसदों का कहना है कि सरकार दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के वोट अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही है। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि सत्तापक्ष के लिए घुसपैठियों के मुद्दे का इस्तेमाल अपने वोटबैंक को मजबूत करने और दूसरों को बांटने का सबसे आसान तरीका है। उन्होंने पूछा, “बिहार में एनडीए को पूरा बहुमत मिला, वहां कितने घुसपैठियों को पकड़ा गया है? आप कब तक घुसपैठियों के नाम पर चुनाव जीतना चाहते हैं? आचार संहिता लागू होने के बाद भी बिहार में 10-10 हजार रुपए बांटे गए। क्यों यह नहीं कहते हैं कि आपने वोट खरीदे हैं? क्या वोट खरीदकर सरकार बनाने वाले लोग भी नैतिकता की बात करेंगे?” चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा, “अगर 12 साल से घुसपैठिए देश की सीमा पर आ रहे हैं तो केंद्र सरकार क्या कर रही है? अगर वे उत्तर प्रदेश में आठ साल से हैं, तो यहां भी भाजपा की सरकार है। कब तक घुसपैठियों के नाम पर चुनाव जीतना चाहते हैं : चंद्रशेखर सेना पर टिप्पणी मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने आजम खान को किया दोषमुक्त रेलवे ने तत्काल टिकटों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए 3.02 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को निष्क्रिय किया नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय रेलवे ने आरक्षण प्रणाली के प्रदर्शन को मजबूत बनाने और तत्काल टिकटों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए लगभग 3.02 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को निष्क्रिय किया है। यह जानकारी गुरुवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे नियमित/तत्काल टिकटों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए यूजर्स अकाउंट का कड़ा पुनर्मूल्यांकन और सत्यापन किया गया है। जनवरी 2025 से अब तक लगभग 3.02 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को निष्क्रिय कर दिया गया है। शु