मेरठ में
35 साल पुराने कॉम्प्लेक्स में बनीं 22
दुकानों पर शनिवार को बुल्डोजर चला
िदया गया। यह दुकानें सेंट्रल मार्केट
में आवासीय भवन 661/6 में अवैध
कॉम्प्लेक्स में थी। कॉम्प्लेक्स का कुछ
हिस्सा गिरा दिया गया है। कार्रवाई अब
आज सुबह फिर से शुरू होगी। वहीं
प्रशासन के बुलडोजर एक्शन से पहले
कारोबारी अपनी दुकानों के सामने बैठकर
फूट-फूटकर रोने लगे। महिलाएं भावुक
होकर बोलीं- मुझे आखिरी बार अपनी
दुकानें देख लेने दीजिए। सुरक्षा कारणों
से पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने कहा
कि अब उनका क्या होगा, कहां जाएंगे
और किस तरह गुजारा करेंगे? शनिवार
सुबह साढ़े 11 बजे प्रशासन की टीम मौके
पर पहुंची, तो आसपास के लोग इकट्ठा
हो गए। भीड़ को देखते हुए पुलिस ने पूरे
इलाके में बैरिकेडिंग कर दी।
सुरक्षा के
लिए कई थानों की फोर्स और PAC को
तैनात किया गया है। ATS के ड्रोन से हर
गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी।
यह कारवाई सु ्र प्रीम कोर्ट के आदेश पर
हो रही है। कॉम्प्लेक्स 288 वर्गमीटर में
बना है। यह जमीन काजीपुर के वीर सिंह
को आवास के लिए आवंटित हुई थी।
हालांकि, 1990 में विनोद अरोड़ा नामक
व्यक्ति ने पावर ऑफ अटॉर्नी का इस्तेमाल
कर यहां अवैध रूप से कॉम्प्लेक्स बनवा
लिया। इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट
तक पहुंचा। कोर्ट ने 17 दिसंबर, 2024
को आदेश दिया था कि इस कॉम्प्लेक्स
को 3 महीने के भीतर खाली कराया जाए
और आवास विकास परिषद के तहत
ध्वस्त किया जाए। 661/6 कॉम्प्लेक्स
के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही फिलहाल
रोक दी गई है। शुक्रवार को करीब 5
घंटे चली ध्वस्तीकरण की कार्यवाही में
कॉम्प्लेक्स का काफी हिस्सा तोड़ा गया।
आज सुबह को दोबारा जेसीबी का हथौड़ा
चलेगा और कॉम्प्लेक्स के आगे के हिस्से
को तोड़ा जाएगा। फिलहाल कॉम्प्लेक्स
के सामने बैरिकेडिंग लगाकर बिल्डिंग को
सील कर दिया गया है।
व्यापारियों ने कार्यवाही रोकने की
मांग उठाई
661/6 कॉम्प्लेक्स के व्यापारियों ने
आवास विकास परिषद के अधिकारियों
और पुलिस अधिकारियों से बात कर
ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को रोकने
का आग्रह किया। व्यापारियों ने कहा कि
औपचारिक रूप से बिल्डिंग को ध्वस्त कर
दिया गया है, अब कार्यवाही रोक दी जाए।
व्यापारियों का कहना था कि काम्प्लेक्स
70% तक ध्वस्त हो चुका है। अब इस
कारवाई को रुकवाया जा सकता है। इतना ्र
बड़ा नुकसान देखकर व्यापारियों के दिल
बैठे जा रहे हैं। अफसरों का कहना है कि
काम्पलेक्स को जमींदोज किया जाएगा।
अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार
ने बताया- दो
पोकलेन मशीन
मंगाई गई है
और उसके बाद
दोनों तरफ से
काम्पलेक्स को
तोड़ने का काम
शुरू होगा। उन्होंने
बताया कि इस कार्रवाई के बाद 31
काम्पलेक्स और हैं जिन पर कार्रवाई की
रणनीति बनाई जा रही है।