मेरठ (एनएफटी रिपोर्टर)। मेरठ में 35
साल पुराने सेंट्रल मार्टके में बने अवैध
कांप्लेक्स को शनिवार को आवास
विकास की टीम ने गिरा दिया। सुबह से
आवास विकास के साथ पुलिस, प्रशासन
की टीम यहां मोर्चा संभाले हुए थी। सालों
से जो दुकानदार इन दुकानों से अपना
परिवार पाल रहे थे उनकी आंखों के
सामने देखते-देखते उनकी दुकान गिर
गई। दुकानदार उनके परिवार अफसरों
के सामने रोए, हाथ भी जोड़े किसी तरह
उन्हें बख्श दिया जाए, लेकिन सुप्रीम
कोर्ट के आदेश के सामने सब बेबस थे।
बुलडोजर एक्शन हुआ और दुकानों का
ध्वस्तीकरण शुरू हुआ। भारी पुलिसबल
मौके पर तैनात रहा, फायरब्रिगेड, एंबुलेंस
भी लगाई गई ताकि कोई अनहोनी न हो
पाए।
काम्पलेक्स के फ्रंट एरिया से कार्रवाई
शुरू होकर बराबर की गली से पिछले
हिस्से में पहुंच गई थी। वहां ग्राउंड
फ्लोर पर दुकान बनी थी। ध्वस्तीकरण
कार्रवाई में जुटी टीम ने इसी हिस्से को
पहले डिमॉलिश करने का काम किया।
अब कार्रवाई जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है
वैसे-वैसे कारोबारियों का सब्र भी जवाब
देने लगा है। वह अपनी आंखों के सामने
अपने प्रतिष्ठान को टूटता नहीं देख पा
रहे हैं। इसी के चलते कुछ दुकानदारों व
उनके परिवार के लोगों ने कार्रवाई को
रोकने का प्रयास किया। इन लोगों का
कहना था कि काम्पलेक्स टूट चुका है।
अब कार्रवाई को रोक देना चाहिए। कुछ
महिलाओं ने हंगामा भी किया, जिसके
बाद महिला पुलिस वहां पहुंच गई और
उन्हें वहां से हटा दिया।