उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को तमिलनाडु में होने वाले एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2025 की प्रतिष्ठित ट्रॉफी का लखनऊ में भव्य स्वागत किया। उन्होंने कहा कि एफआईएच हॉकी जूनियर विश्व कप की ट्रॉफी का स्वागत करना प्रदेशवासियों के लिए गौरव का क्षण है। इस टूर्नामेंट में भारत, चीन, बेल्जियम, जापान, स्पेन, न्यूजीलैंड, चिली, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया समेत कुल 24 टीमें भाग ले रही हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस ट्रॉफी का उत्तर प्रदेश में आगमन राज्य के स्वर्णिम खेल इतिहास की याद दिलाता है, क्योंकि हॉकी इंडिया में उत्तर प्रदेश का योगदान अविस्मरणीय रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को याद करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश की धरती पर जन्म लेकर भारतीय हॉकी को वैश्विक पहचान दिलाई। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने बताया कि सरकार मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कर रही है, जिसका पहला सत्र इस वर्ष से प्रारंभ हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने केडी सिंह बाबू का भी उल्लेख किया, जो उत्तर प्रदेश में जन्मे महान हॉकी खिलाड़ी थे। उनकी स्मृति में बाराबंकी स्थित उनके निवास को म्यूजियम में तब्दील किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने ऐसे कई खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने भारत को हॉकी में पहचान दिलाई।
सीएम योगी ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों — मोहम्मद शाहिद, अशोक कुमार, रवींद्र पाल, सैयद अली, डॉ. आरपी सिंह, सुजीत कुमार, अब्दुल अजीज, सुबोध खांडेकर, रजनीश मिश्र, मोहम्मद शकील, देवेश चौहान, एमपी सिंह, जगवीर सिंह, राहुल सिंह, विवेक सिंह, ललित उपाध्याय, दानिश मुतजबा, राजकुमार पाल, प्रेम माया, रंजना श्रीवास्तव, मंजू बिष्ट, पुष्पा श्रीवास्तव और प्रीति दुबे के योगदान को याद किया।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि आज भी राजकुमार पाल, उत्तम सिंह, विष्णुकांत सिंह, मुमताज, साक्षी, ज्योति और पूर्णिमा जैसे खिलाड़ी भारतीय टीमों में चयनित होकर प्रदेश और देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप से जुड़े सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया और टूर्नामेंट के सफल आयोजन की शुभकामनाएं दीं।
जानकारी के अनुसार, एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2025 का आयोजन 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में होगा। इस बार पहली बार 24 टीमें इसमें भाग लेंगी। मेजबान भारत, जिसने 2001 और 2016 में यह खिताब जीता था, अब घरेलू मैदान पर तीसरी बार विश्व विजेता बनने के लक्ष्य के साथ उतरेगा।