मेरठ (एनएफटी रिपोर्टर)। पश्चिम
उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के
पदाधिकारीयों ने शास्त्रीनगर सेंट्रल
मार्केट में हो रहे ध्वस्तीकरण के विरोध
में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन
किया तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पं. आशु शर्मा
ने कहा कि सेंट्रल मार्केट के व्यापारियों
के प्रतिष्ठानों पर सर्वोच्च न्यायालय के
आदेश पर हो रहे ध्वस्तीकरण को अगर
सरकार तथा मेरठ के जनप्रतिनिधि चाहते
तो रोक सकते थे, परंतु कुछ सरकारी
व्यापारिक संगठन तथा जनप्रतिनिधियों
की नाकामी का नतीजा सेंट्रल मार्केट
का व्यापारी भुगत रहा है। अगर सरकार
वहां भू परिवर्तन कर देती तो आज सेंट्रल
मार्केट सुरक्षित होती।
आवास विकास परिषद के दोषी
अधिकारियों को अभी तक जेल क्यों नहीं
भेजा गया।
पहले उनकी गिरफ्तारी होनी
चाहिए थी। पहले व्यापारियों की दुकानों
को गिराना गलत है। जिन व्यापारियों के
नोट और वोट दोनों से सरकार बनी है।
जब उन्हीं व्यापारियों को आवश्यकता
पड़ी, तब सरकार तथा सरकार के
नुमाइंदों द्वारा आंखें मूंद ली गई, जिससे
सरकार की व्यापारी विरोधी निति स्पष्ट
होती है। ध्वस्तीकरण से पहले बसाने
की व्यवस्था होनी चाहिए थी। पं. आशु
शर्मा ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से मांग
की है कि सेंट्रल मार्केट के विस्थापित
व्यापारियों को आवास विकास परिषद
द्वारा व्यवसायिक भूखंड आवंटित होने
चाहिएं तथा उन्हें बनाने के लिए सरकार
को मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।
अगर सरकार द्वारा जल्दी सेंट्रल मार्केट
के व्यापारियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं
की गई तो व्यापार मंडल आंदोलन करने
को भी विवश होगा। इस दौरान मंजीत
सिंह कोछड, सुमेर सिंह धार, विजय
ओबेरॉय, हाजी शरीक, विजय राठी,
शोरभ रस्तोगी, प्रवीण वशिष्ठ, इनाम
अंसारी, आदेश अग्रवाल, हरप्रीत सिंह,
आसिफ खान, अनुज बंसल, मुशीर
खान, अनुज प्रजापति, दीपक पिलानिया,
अंकित, आदेश कुमार, धनेंद्र शर्मा, संजय
रोलस्टन, आदि उपस्थित थे।