भक्ति
बांके बिहारी मंदिर में जगमोहन हॉल से दर्शन करने पर लगी रोक
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त उच्च स्तरीय समिति ने बांके बिहारी मंदिर में सीढ़ियां चढ़ने और जगमोहन हॉल से दर्शन करने पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
।सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त
उच्च स्तरीय समिति ने बांके बिहारी मंदिर में
सीढ़ियां चढ़ने और जगमोहन हॉल से दर्शन
करने पर रोक लगाने का आदेश दिया है। मंदिर
के पुजारियों द्वारा समिति के निर्देश को न मानने
के बाद यह फैसला लिया गया है। जगमोहन हॉल
बांके बिहारी मंदिर के गर्भ गृह और आम लोगों
द्वारा भगवान के दर्शन करने वाली जगह के बीच
की जगह है।
स्थानीय परंपराओं के अनुसार, श्रद्धालु
आम तौर पर इस स्थान में नहीं घुस सकते और
सिर्फमंदिर के पुजारी ही यहां विशेष पूजा करा
सकते हैं। हालांकि शनिवार को इस स्थान पर
किसी की भी एंट्री को प्रतिबंधित कर दिया गया
है। यह आदेश सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उच्च
स्तरीय 12 सदस्यीय समिति ने जारी किया है,
जिसकी अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व
जज अशोक कुमार कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह
समितिमदिं र के रोजाना के कामकाज का प्रबंधन
करने के लिए गठित की थी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि
शनिवार से जगमोहन एरिया के ऊपरी बाएं और
दाएं हिस्सेमें किसी भी विजीटर की एंट्री पर रोक
रहेगी।
इससे पहले, कुमार ने कमेटी के एक सदस्य
और पूर्वजिला जज मुकेश कुमार के साथ मंदिर
परिसर का साइट इंस्पेक्शन किया। कुमार ने
कहा कि कई गड़बड़ियां देखने के बाद, कमेटी
ने संबंधित ‘सेवायतों’ को दर्शन करने वालों की
भीड़ को मैनेज करने में हर मुमकिन मदद करने
का निर्देश दिया था।
हालांकि, उन्होंने कहा कि उनसे कोई अच्छा
सहयोग नहीं मिला। कुमार ने यह भी कहा कि
भक्त जगमोहन इलाके के दोनों तरफ सीढ़ियां
चढ़कर दर्शन करने की कोशिश कर रहे थे। भीड़
में छोटे बच्चे भी शामिल रहते हैं।
उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ ‘ठाकुरजी’
की इज्जत पर असर पड़ा, बल्कि भीड़भाड़ वाले
इलाके में कोई अनहोनी होने की भी पूरी आशंका
थी। कुमार ने मंदिर के कार्यकारी प्रबंधक को
आदेश का सख्ती से पालन करने और जगमोहन
से चंदन कोठरी तक जाने वाले रास्ते/दरवाजे को
बंद करने का निर्देश दिया है।