वारदात

गणेश शंकर विद्यार्थी का जीवन हर पत्रकार के लिए आदर्श है : प्रो. आर.पी. सिंह

स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में महान पत्रकार और क्रांतिकारी गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई।

मेरठ (एनएफटी रिपार्टर)। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में महान पत्रकार और क्रांतिकारी गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ विभाग के बीजेएमसी प्रथम वर्ष की छात्राओं ने गणेश शंकर विद्यार्थी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर किया। इनसे पुष्पांजलि अर्पित कराने का उद्देश्य यही था कि विभाग के भावी पत्रकारों को सशक्त पत्रकारिता करने की प्रेरणा मिले। कार्यक्रम का संचालन छात्रा जाह्नवी ने किया। इस अवसर पर सुभारती विश्वविद्यालय के मीडिया निदेशक प्रो. आर.पी. सिंह ने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी का जीवन हर पत्रकार के लिए आदर्श है।

उन्होंने सच्चाई और निडरता की राह पर चलते हुए पत्रकारिता को जनसेवा का माध्यम बनाया। वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. अशोक त्यागी ने कहा कि विद्यार्थी जी केवल एक पत्रकार नहीं, बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन के प्रेरक भी थे, जिन्होंने अपने समाचार पत्र प्रताप के माध्यम से अंग्रेजी हुकूमत की नीतियों का विरोध कर समाज को जागरूक किया। इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक प्रो. (डॉ.) संतोष कुमार गौतम ने विद्यार्थी जी के जीवन पर आधारित एक प्रेरक लघु फिल्म प्रदर्शित की। कार्यक्रम में प्रो. आरपी सिंह, प्रो. अशोक त्यागी, डॉ. प्रीतिसिंह, प्रो. (डॉ) संतोष कुमार गौतम, तरुण जैन समेत विभाग के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। दूसरी ओर, विश्वविद्यालय की छात्र परिषद द्वारा विश्व पोलियो दिवस पर “टीकाकरण के प्रति जागरूकता: सुरक्षित भविष्य की दिशा में” विषय पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन डॉ. सरताज अहमद और डॉ. स्वेता भारद्वाज के निर्देशन में हुआ। जिसमें प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कपिल राओटे ने विद्यार्थियों को समय पर टीकाकरण के महत्व, बच्चों के स्वास्थ्य संरक्षण और समाज की जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला। फिजियोथेरेपी विभाग के प्राचार्य डॉ. अमित कुमार गोयल और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कायनात हसन ने छात्रों को फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में टीकाकरण की भूमिका के प्रति जागरूक किया।

इसी क्रम में लॉ कॉलेज में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय मूटकोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जो अंतर्राष्ट्रीय संविदा विधि पर आधारित थी। यह प्रतियोगिता निदेशक राजेश चन्द्र (पूर्व न्यायमूर्ति, इलाहाबाद उच्च न्यायालय) के मार्गदर्शन और लॉ संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वैभव गोयल भारतीय के संरक्षण में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इसमें भारत और अफ्रीका के कई विश्वविद्यालयों से 124 टीमों ने प्रतिभागिता की, जिनमें से 16 को प्रारंभिक चरण के लिए चयनित किया गया। प्रतियोगिता में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश, संत अगस्टीन यूनिवर्सिटी तंजानिया अफ्रीका, गवरमेण्ट लॉ कॉलेज सलेम, गवरन्मेण्ट लॉ कॉलेज, कोजीकोड, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ, मुस्लिम यूनिवर्सिटी ऑफ मोरोगोरो तंजानिया, अफ्रीका, बनस्थली विद्यापीठ, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज़, कोच्ची, महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नागपुर आदि के प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभागिता की गई।