देश की शान
गुलामी की मानसि कता को खत्म करता है संविध ान : राष्ट्रपति
पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस समारोह का आयोजन
पुराने संसद भवन के सेंट्र ल हॉल में बुधवार को संविधान दिवस समारोह का आयोजन कियदक्या गया। कार्य क्रम की अध्यक्षता कर रहीं राष्ट्र पति द्रौ पदी मुर्मू ने कहा कि आज के दिन 26 नवंबर 1949 में संविधान सभा के सदस्यों ने भारत संविधान के निर्माण का कार्य संपन्न किय ा था। आज के दिन हम भारत के लोगों ने अपने संविधान को अपनाया था।
राष्ट्र पति मुर्मू ने कहा, ‘स्वा धीनता के बाद संविधान सभा ने भारत की अंतरिम संसद के रूप में भी कर्त व्य का निर्वा हन किय ा। बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर हमारे संविधान के प्रमुख निर्माता में से थे। बाबा साहब के 125 वीं जय ंती के वर्ष में यानी 26 नवंबर 2015 में प्रति वर्ष संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिय ा गया था।’
राष्ट्र पति ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान राष्ट्र की पहचान की आधारशि ला है और गुलामी की मानसि कता को त्या गने तथा राष्ट्र वादी सोच अपनाने का मार्ग दर्श क दस्तावेज भी है।
इस दौरान राष्ट्र पति मुर्मू ने तीन तलाक, वस्तु एवं सेवा कर (जी एसटी ), अनुच्छे द 370 समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्ह ोंने कहा कि तीन तलाक से जुड़ी सामाजिक बुराई पर अंकुश लगाकर संसद ने हमारी बहनों और बेटियों के सशक्ति करण और सामाजिक न्याय की दिशा में ऐति हासि क कदम उठाए।
उन्ह ोंने कहा कि जी सएटी के रूप में आजादी के बाद सबसे बड़ा कर सुधार देश के आर्थि क एकीकरण को बढ़ा वा देने के लिए लागू किय ा गया। उन्ह ोंने कहा कि अनुच्छे द 370 के खत्म होने से एक ऐसी बाधा हटी , जो देश के समग्र राजनीति क एकीकरण में बाधा बन रही थी।
राष्ट्र पति ने कहा, ‘नारी शक्ति बंधन अधिनियम महिलाओं के नेतृत्व वाले वि कास के एक नए युग की शुरुआत करेगा। इस वर्ष 7 नवंबर से हमारे राष्ट्र गान, वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक राष्ट्र व्या पी स्म रणोत्स व आयोजित किय ा जा रहा है।’
कार्य क्रम के दौरान उपराष्ट्र पति सीपी राधाकृष्ण न ने कहा, ‘महान वि द्वा नों, ड्रा फ्टिंग कमिटी और संविधान सभा के सदस्यों ने करोड़ ों भारतीय ों की उम्मी दों और आकांक्षा ओं को पूरा करने के लिए गहरी सोच दी। उनके बि ना कि सी स्वार्थ के योगदान ने भारत को आज दुनिय ा का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनाया है। हमारा संविधान समझ और अनुभव, त्या ग, उम्मी दों और आकांक्षा ओं से बना है। हमारे संविधान की आत्मा ने साबि त कर दिय ा है कि भारत एक है और हमेशा एक रहेगा।’
राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्ण न ने कहा, ‘अनुच्छे द 370 के नि रस्त होने के बाद, 2024 में जम्मू -कश्मीमरीर में हुए चुनावों में, बड़ी
में मतदाताओं ने मतदान किय ा, जिससे दुनिय ा को लोकतंत्र में हमारी आस्था का एहसास हुआ। हाल ही में हुए बि हार चुनावों में, वि शेष रूप से महिलाओं की बड़ी संख्या में भागीदारी ने, हमारी मां भारती के लोकतंत्र के मुकुट में एक और अनमोल हीरा जड़ दिय ा है। संविधान सभा की महि ला सदस्यों की ओर से दिय ा गया योगदान अतुलनीय था।’
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अगर संदवधान का अक्षरशः पालन किय ा जाए तो भारत 2047 तक एक वि कसि त देश बन जाएगा। बिरला ने कहा कि 2047 तक भारत को एक वि कसि त देश बनाना हमारा सामूहि क लक्ष्य है और यह लक्ष्य तभी प्रा प्त होगा जब हम संविधान के मूल्यों और आदर्शों को आत्म सात करेंगे।
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रला ने कहा कि अगर हम संविधान का अक्षरशः पालन करेंगे तो हम भावी पीढ़िय ों के लिए एक ऐसे भारत का निर्माण करेंगे जो विदवकास, न्या्य, एकता, मैत्री और मानवता का उदाहरण होगा। उन्ह ोंने कहा कि संविधान एक जी वंत दस्तावेज है, जो प्रत्ये क नागरिक की आवश्यकताओं का ध्या न रखता है और इसमें निहि त सि द्धां तों का पालन करना हमारा कर्त व्य है।
इस कार्य क्रम में राष्ट्र पति द्रौ पदी मुर्मू के साथ उपराष्ट्र सीपी राधाकृष्ण न, पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पी कर ओम बिरला, राज्यसभा के डि प्टी चेयरमैन हरिवंश, संसदीय कार्य मंत्री कि रेन रिजरदिजू, राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा , लोकसभा में नेता प्रति पक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा नेता प्रति पक्ष मल्लि कार्जु न खरगे और दूसरे सांसदों ने संविधान दिवस पर प्रस्ता वना को जोर से पढ़ा ।