राजकरण

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय और इग्नू ने देश भर में कौशल प्रशिक्षण तक पहुंच बढ़ाने के लिए की साझेदारी

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) और इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) और इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अंतर्गत इग्नू के व्यापक क्षेत्रीय नेटवर्क के ज़रिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम प्रदान करके देश के स्किलिंग इकोसिस्टम को मज़बूत किया जाएगा। यह साझेदारी इग्नूक्षेत्रीय सेन्टर्स में समर्पित कौशल सेन्टर्स की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करेगी, जिससे शिक्षार्थियों को एक लचीले उच्च शिक्षा फ्रेमवर्क के भीतर जॉब के लिए तैयार योग्यताएं हासिल करने में मददमिलेगी। इस अवसर पर भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय की सचिव सुश्री देवश्री मुखर्जी ने कहा कि मंत्रालय हर युवा भारतीय के लिए कौशल विकास के अवसर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर विशेष ज़ोर दिया कि यह सहयोग छात्रों को उनकी फॉर्मल एजुकेशन के साथ-साथ फ्यूचर-रेडी स्किल्स सीखने में मदद करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि वे जॉब और एंटरप्रेन्योरशिप के लिए बेहतर तरीके से तैयार हों। उन्होंने आगे कहा कि “हमारा प्रयास है कि कौशल सभी को आसानी से मिल सकें, चाहे वे मेट्रो शहर में या दूर- दराज के जिले में रहते हों। इग्नू के साथ यह साझेदारी अधिक युवाओं को आत्मविश्वासी बनाने और काम की वास्तविक दुनिया के लिए तैयार होने में मदद करेगी।” इग्नू की वाइस चांसलर प्रोफेसर उमा कांजीलाल ने कहा कि इस विश्वविद्यालय ने पूरे भारत में अलग-अलग समुदायों को समावेशी और फ्लेक्सिबल शिक्षा के मौके देने के लिए लगातार काम किया है। उन्होंने कहा कि इग्नू की एकेडमिक ताकत को स्किल इंडिया की इंडस्ट्री-लेड ट्रेनिंग के साथ मिलाने से आजीवन सीखने और रोज़गार सृजन के मजबूत रास्ते बनेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि, “यह साझेदारी हमें हाई-क्वालिटी इंस्ट्रक्शन, असेसमेंट और मजबूत एम्प्लॉयमेंट लिंकेज सुनिश्चित करते हुए हर जगह शिक्षार्थियों तक कौशल प्रशिक्षण की पहुंच बढ़ाने में मदद करती है।”