मेरठ (एनएफटी)। नगर निगम डिपो में कर्मचारी और
पार्षद के बीच मारपीट-गोली मारने के मामले में सोमवार सुबह
को समझौता हो गया। महापौर कैंप कार्यालय पर मंत्री, मेयर,
विधायक और भाजपा नेताओं की की मौजूदगी में ये समझौता
हुआ है। गोली लगने से घायल नगर निगम कर्मचारी अविनाश
के पिता रतन सिंह ने कहा कि वे कार्रवाई नहीं समझौता चाहते
हैं। गोली मारने के आरोपी बीजेपी पार्षद रविन्द्र की पत्नी ममता ने
कहा कि वे भी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं चाहते हैं।
महापौर हरिकांत अहलूवालिया, ऊर्जा राज्यमंत्री डॉक्टर
सोमेंद्र तोमर, विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र
भारद्वाज, महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी, कमल दत्त शर्मा,
नगरायुक्त सौरभ गंगवार की मध्यस्थता से समझौता हुआ।
कानूनी राय के साथ समझौते की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
8 अप्रैल को मेरठ नगर निगम की सूरजकुंड डिपो पर पार्षद
रविंद्र की चालक अविनाश से कूड़ा नहीं उठाए जाने को लेकर
कहासुनी हो गई थी। बीजेपी पार्षद रविन्द्र की कर्मचारियों ने बुरी
तरह से पिटाई कर दी थी। रविंद्र ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से
फायरिंग कर दी थी, एक गोली चालक अविनाश के पैर में लग
गई थी। इस मामले में कर्मचारी और पार्षद आमने-सामने आ
गए थे। कई दिन से हालात बिगड़ रहे थे। पार्षदाें की तरफ से कई
बैठक की गईं थी। 17 अप्रैल को बीजेपी पार्षद रविन्द्र के पक्ष
में महापंचायत बुलाने का ऐलान किया गया था। रविवार को
पार्षद रविन्द्र के पक्ष में सपा नेता पूर्वविधायक योगेश वर्मा ने भी
पंचायत की थी। इस मौके ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि
आज बाबा साहेब की जयंती है। आज ये अच्छा काम है। सभी
लोगों ने इस विवाद का निपटारा किया है। उन्होंने कहा कि मेयर
अच्छा काम कर रहे हैं, कुछ लोगों को ये अच्छा नहीं लग रहा
है। मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि कुछ लोग महानगर
की व्यवस्था खराब करना चाहते हैं। पार्षद और कर्मचारी दोनों
ही हमारा परिवार हैं।