महाराष्ट्र के नागपुर शहर में सोमवार, 17 मार्च 2025 को औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसक झड़पों में बदल गया, जिसके परिणामस्वरूप प्रशासन ने शहर के कई हिस्सों में कर्फ्यू लागू कर दिया है।
विवाद की शुरुआत: विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नागपुर के महाल गांधी गेट परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने औरंगजेब का प्रतीकात्मक पुतला जलाया। इन संगठनों की मांग थी कि औरंगाबाद के खुल्दाबाद क्षेत्र में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए, क्योंकि उनका मानना है कि औरंगजेब एक "अत्याचारी शासक" था, और उसकी कब्र का महिमामंडन स्वीकार्य नहीं है।
हिंसा का प्रसार: प्रदर्शन के बाद, शाम 7:30 बजे के करीब, नागपुर के महाल इलाके में दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया, जो जल्द ही हिंसक झड़पों में बदल गया। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया, सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस हिंसा में कम से कम 18 लोग घायल हुए, जिनमें 12 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
अफवाहों की भूमिका: हिंसा भड़कने के पीछे एक अफवाह का भी बड़ा योगदान रहा। प्रदर्शन के दौरान धर्मग्रंथ जलाए जाने की अफवाह फैलने से लोगों में आक्रोश बढ़ा, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
प्रशासन की कार्रवाई: स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने नागपुर के महाल, हंसपुरी, कोतवाली, गणेशपेठ सहित कई इलाकों में कर्फ्यू लागू कर दिया है। अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और पुलिस ने लोगों से बिना वजह घर से बाहर न निकलने की अपील की है।
मुख्यमंत्री की अपील: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हिंसा की निंदा करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा और किसी भी उपद्रवी तत्व को बख्शा नहीं जाएगा।
स्थिति नियंत्रण में: पुलिस और प्रशासन की तत्परता से स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी, जिसमें कई लोग घायल हुए और संपत्ति का नुकसान हुआ। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लागू किया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।