भारत रत्न पूर्वप्रधानमंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के
अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को
लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का बटन दबाकर
लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने इसे प्रदेश और देश के लिए गौरव
का क्षण बताते हुए कहा कि यह स्थल आने वाली
पीढ़ियों को राष्ट्रनायकों के विचारों से प्रणरे ा देगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन हम सभी
के लिए गर्व का है। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा
प्रसाद मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत में ‘एक देश, एक
विधान, एक निशान और एक प्रधान’ का उद्घोष
किया था, जबकि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के
अंत्योदय के विचार को वर्तमान सरकार जमीन
पर उतारने का कार्य कर रही है। सीएम योगी ने
कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को
साकार करने की दिशा में सरकार निरंतर काम
कर रही है और आधुनिक भारत के शिल्पकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लखनऊ आगमन
अपने आप में ऐतिहासिक है।
उन्होंने बताया कि
प्रधानमंत्री के करकमलों से डॉ. श्यामा प्रसाद
मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल
बिहारी वाजपेयी की प्रतिमाओं का लोकार्पण
हुआ है। इसके साथ ही एक भव्य म्यूजियम का
भी उद्घाटन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर और
विकसित भारत का जो स्वरूप आज देश देख
रहा है, उसके पीछे इन तीनों महापुरुषों का
मार्गदर्शन और प्रेरणा रही है। उन्होंने दावा किया
कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों
में करीब 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर
निकले हैं और आत्मनिर्भर भारत का सपना तेजी
से साकार हो रहा है।
सीएम योगी ने अटल बिहारी वाजपेयी को
याद करते हुए कहा कि वे अक्सर कहा करते
थे—‘अंधेरा छंटेगा, सूर्यनिकलेगा और कमल
खिलेगा।’ वे भारत के उज्ज्वल भविष्य को
लेकर दृढ़ संकल्पित थे। एक पत्रकार, विचारक
और कुशल नेतृत्वकर्ता के रूप में अटल जी ने
देश को स्पष्ट विजन दिया, जिसका लाभ आज
विकास के नए रूप में दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी को
भारत रत्न देकर उन्हें देश की ओर से उचित
सम्मान दिया गया है। लखनऊ की धरती अपने
राष्ट्रनायकों को सदैव गौरव और सम्मान देती
रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्यामा प्रसाद
मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल
बिहारी वाजपेयी जैसे राष्ट्रनायक आने वाली
पीढ़ियों को निरंतर प्रेरणा देते रहेंगे।