नई दिल्ली (एजेंसी)। मंगलवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक न्यूज चैनल के सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने देश के विकास, बैंकिंग सुधार, भारत ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सिंधु नदी का पानी रोकने की बात कही, लेकिन पाकिस्तान का नाम नहीं लिया और न ही कुछ ऐसा कहा, जिससे अंदाजा भी लगे कि भारत, पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला करने जा रहा है। लेकिन मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात ही भारत ने पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया। इससे साफ हो गया कि एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को चौंका दिया।
सरकार ने एलान किया था कि 7 मई को देशभर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें युद्ध के हालात से निपटने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही सरकार के स्तर पर भी सबकुछ सामान्य ही था। पाकिस्तान को अंदाजा था भारत हमला करेगा, लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि भारत अचानक हमला कर देगा। ऑपरेशन सिंदूर दुश्मन को चकमा देने का शानदार उदाहरण है। पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल समझौता स्थगित करके भी पीएम मोदी ने पाकिस्तान को चौंका दिया। पाकिस्तान को भारत की सैन्य कार्रवाई का अंदेशा होगा, लेकिन उन्होंने ये कतई नहीं सोचा होगा कि भारत इतना सख्त कदम उठा सकता है।
ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी ने पहली बार दुश्मन को चौंकाया है। इससे पहले बालाकोट एयर स्ट्राइक के समय भी पाकिस्तान भारत की कार्रवाई को भांप भी नहीं सका था। भारत ने 26 फरवरी 2019 को बालाकोट में हमला किया था। उससे पहले भी सबकुछ सामान्य था। 25 फरवरी को पीएम मोदी ने देश को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक समर्पित किया था। उस दौरान प्रधानमंत्री ने देश के सशस्त्र बलों के पराक्रम को सराहा था, लेकिन ऐसा कोई भी संकेत नहीं मिला कि भारत, पाकिस्तान के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है।