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राष्ट्रीय परशुराम परिषद के सभी सदस्य एसआईआर में एकजुट होकर जुड़ें : सुनील भराला

सुनील भराला ने कहा कि राष्ट्रीय परशुराम परिषद के सदस्य संगठन की मजबूती और एकता के लिए एसआईआर में एकजुट होकर कार्य करें।

राष्ट्रीय परशुराम परिषद की दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में संगठन विस्तार, भावी रणनीति, सदस्यता अभियान एवं सामाजिक सरोकारों पर व्यापक मंथन किया गया। बैठक का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संस्थापक एवं उत्तर प्रदेश सरकार के (नि.) राज्यमंत्री पं. सुनील भराला ने दीप प्रज्जवलन कर किया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन, प्रदेश सह महामंत्री, धर्म प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक, मीडिया प्रभारी सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। संचालन प्रदेश सह महामंत्री आशीष शुक्ला ने किया। पं. सुनील भराला ने अपने संबोधन में कहा कि आज राष्ट्रीय परशुराम परिषद से 8 लाख से अधिक सक्रिय सदस्य जुड़े हुए हैं। अब समय आलोचना का नहीं, बल्कि संगठन और समाज के लिए ठोस कार्य करने का है। उन्होंने युवाओं को आगे लाने, उन्हें जिम्मेदारी देने और नेतृत्व के अवसर प्रदान करने पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि हाल के धरना-प्रदर्शनों ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब संगठन एकजुट होता है, तो उसकी आवाज़ सांसदों, विधायकों और प्रधानमंत्री तक पहुँचती है। सुनील भराला ने कहा कि भगवान परशुराम केवल किसी एक वर्ग के नहीं, बल्कि सम्पूर्ण सनातन और हिंदू समाज के आराध्य हैं। 56 परशुराम स्थलों को जोड़कर राष्ट्रव्यापी अभियान बैठक में यह घोषणा की गई कि भगवान परशुराम से जुड़े 56 स्थलों को एक सूत्र में जोड़कर देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। उत्तर प्रदेश में इस अभियान के अंतर्गत धर्माचार्यों के मार्गदर्शन में लगभग 5000 लोगों का विशाल रथ-यात्रा काफिला निकाला जाएगा। सुनील भराला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 के आम चुनाव से पूर्व संगठन को सशक्त करते हुए 50 लाख सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम के विचारों और संस्कारों के जन-जागरण हेतु देश की 80 लोकसभा सीटों एवं उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा क्षेत्रों में रथ यात्राओं की रूपरेखा तैयार कर शीघ्र क्रियान्वयन किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को एसआईआर कार्य में जुट जाना चाहिए।