दलित शिक्षा और न्याय को लेकर आजाद समाज पार्टी का प्रदर्शन
कौशांबी-प्रयागराज की घटनाओं की सीबीआई जांच और स्कूल विलय रोकने की मांग
मेरठ (एनएफटी रिपोर्टर)। आजाद समाज
पार्टी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ कलेक्ट्रेट
पर प्रदर्शन किया। पार्टी ने कौशांबी में 8 साल
की बच्ची के साथ दुष्कर्म और प्रयागराज में
अनुसूचित जाति के व्यक्ति को जिंदा जलाने
की घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग की।
जिलाध्यक्ष चरण सिंह के नेतृत्व में हुए
प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने सरकार पर गंभीर
आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में
27,965 प्राथमिक विद्यालयों का विलय
संविधान के अनुच्छेद 21-ए और 46
का उल्लंघन है। यह शिक्षा का अधिकार
अधिनियम 2009 के भी खिलाफ है।
प्रदर्शनकारियों ने प्रयागराज के करछना
में हुई घटना का भी मुद्दा उठाया। 29 जून
को वहां पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच
पथराव हुआ था। इस दौरान लाठीचार्ज में एक
युवक की मौत हो गई थी। मोटरसाइकिल तोड़ी
और जलाई गई थीं। गौरतलब है कि चंद्रशेखर
आजाद को हाल ही में प्रयागराज में हाउस
अरेस्ट किया गया था। वह कौशांबी में पीड़ित
परिवार से मिलने जा रहे थे। इसके बाद उनके
समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी।
पार्टी ने मांग की है कि स्कूल बंद करने का
निर्णय वापस लिया जाए और पीड़ित परिवारों
को न्याय दिलाया जाए।