मेरठ (एनएफटी रिपोर्टर)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के लगभग 5000 प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालयों के एकतरफा विलय/बंद करने के निर्णय के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को ज़ोरदार प्रदर्शन किया। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष रंजन शर्मा एवं पूर्व ज़िला अध्यक्ष व एआईसीसी सदस्य अवनीश काजला, पूर्व महानगर अध्यक्ष जाहिद अंसारी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता चौ. चरण सिंह पार्क पर एकत्र हुए और नारेबाज़ी करते हुए मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला कॉर्डिनेटर विशाल वशिष्ठ भी शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने गेट पर चढ़कर विरोध दर्ज कराया, जहां पुलिस के साथ हल्की धक्का-मुक्की और नोकझोंक भी देखने को मिली। कार्यकर्ताओं में प्रदेश सरकार के इस निर्णय को लेकर भारी आक्रोश था संबंधित मांगो का ज्ञापन एडीएम सिटी को दिया। जीआईएस सर्वे को लेकर आम जनता पर पड़ रही मार को लेकर कमिश्नर से मेरठ महानगर कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने मिलकर इसे लागू नहीं करने को लेकर ज्ञापन सौंपा।
महानगर अध्यक्ष रंजन शर्मा ने कहा सरकार का यह निर्णय शिक्षा का निजीकरण बढ़ाने और ग्रामीण गरीब तबके को अंधकार की ओर धकेलने का प्रयास है। यदि यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो कांग्रेस सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी।
पूर्व जिला अध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा स्कूलों को बंद करना न केवल बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है, बल्कि शिक्षकों और कर्मचारियों की आजीविका भी छीनने जैसा है। कांग्रेस इस अन्यायपूर्ण निर्णय के खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेगी। विरोध प्रदर्शन में रंजन शर्मा, अवनीश काजला, विशाल वशिष्ठ, जाहिद अंसारी, हरीकिशन वर्मा अंबेडकर, डॉ. अशोक आर्य, सलीम ख़ान, सतीश शर्मा, मोनिंदर सूद वाल्मीकि, विनोद सोनकर, चौ. यशपाल, तेजपाल डाबका, रीना शर्मा, समसुद्दीन चौधरी, संजय कटारिया, दिनेश उपाध्याय, ओंकार शर्मा, राकेश गुप्ता, राजू महरौल, अनिल अरोड़ा, हमजा खान, नरेश चौधरी, यूसुफ अंसारी, इकरामुद्दीन अंसारी, आदि उपस्थित रहे। इसी विषय को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष गौरव भाटी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। गौरव के साथ जिला कांग्रेस के पदाधिकारी मौजूद रहे।