वारदात

गािजयाबाद के भटटा व्यापारी की मेरठ में हत्या

आरोपी की निशानदेही पर िसवाया में जमीन में दबाया शविकया बरामद

मेरठ में 40 हजार रुपयों के लिए एक भट्ठा व्यापारी की अपहरण के बाद निर्मम हत्या कर दी गई। आरोपी ने युवक का शव सिवाया गांव के पीछे एक गड्ढे में दबा दिया। यही नहीं आरोपी हत्या के बाद मृतक के शव को परिजनों के साथ मिलकर ही तलाश कराता रहा। शनिवार को आरोपी की निशानदेही पर गाजियाबाद पुलिस ने शव गड्ढे से बरामद कर लिया है। लेकिन जब सच सबके सामने आया तो सभी के होश उड़ गए। गाजियाबाद थानाक्षेत्र स्थित नंद ग्राम के गांव सिकरोड़ के रहने वाले देवेंद्र शर्मा भट्ठा व्यापारी है।

उनके दो बेटी और एक बेटा योगेंद्र उर्फगोलू है। देवेंद्र ने बताया कि बेटा सिकरोड रोड पर डीके ट्रेडर्स के नाम से ऑफिस चलाता था। बीती 1 मई को वह ऑफिस बंद कर घर के लिए निकला, लेकिन योगेंद्र घर नहीं पहुंचा। काफी तलाश के बाद भी योगेंद्र का सुराग नहीं लगने पर परिजनों ने नंद ग्राम थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई। हापुड़ के रहने वाले योगेंद्र ने अपना गैराज किराए पर दिया हुआ था। जब मामले में विकास से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि योगेंद्र गैराज में बाइक खड़ी करके गया था, इसके बाद उससे बात नहीं हुई। परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई तो विकास परिजनों के साथ ही योगेंद्र की तलाश में घूमता रहा। विकास घर से लेकर थाने में उनके साथ रहा। पुलिस को विकास की कहानी पर शक हुआ तो उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। वहीं, आखिरकार पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गया और सारा सच उगल डाला।

आरोपी विकास पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद उसने बताया कि योगेंद्र अपहरण से पहले ओला बुक की। इसके बाद योगेन्द्र का अपहरण कर लिया। पुलिस ने ओला को कब्जे में ले लिया। बताया गया है कि पुलिस ने ओला से कुछ नशीली वस्तु और लोहे की रॉड बरामद की है। संभवत आरोपी ने नशीली दवाएं देकर योगेंद्र को बेहोश किया और फिर उसकी हत्या की। विकास ने बताया कि उसने योगेंद्र की हत्या कर मेरठ के दौराला थाने के गांव सिवाया में गड्ढे में दबा दिया। आरोपी की निशानदेही पर नंद ग्राम पुलिस शनिवार को दौराला पहुंची और दौराला पुलिस के साथ सिवाया गांव में घटना स्थल पर पहुंची। पुलिस ने गड्ढे से योगेंद्र का शव बरामद कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, नंद ग्राम पुलिस आरोपी को साथ लेकर वापस लौट गई।