कर्तव्यपथ

जरूरतमंद देशों की मदद करनी होगी : प्रधानमंत्री मोदी

पीएम मोदी ने यूएई के पहले हिंदू मंदिर का कियाउद्घाटन, अक्षर पुरुषोत्तम महाराज को पुष्पांजलि दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के यूएई दौरे पर हैं। यहां अबु धाबी में उन्होंने 27 एकड़ में फैले पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने मंदिर में मौजूद मूर्तियों की पूजा की। मंदिर को बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानी BAPS ने बनाया है। इसकी लागत 700 करोड़ रुपए आई है। PM मोदी 13 फरवरी को दुबई पहुंचे थे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति जायद अल नाहयान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई।

पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया। 65 हजार भारतीयों से कहा- राष्ट्रपति नाहयान ने मंदिर के प्रस्ताव को बगैर एक पल भी गंवाए हां कह दिया। उन्होंने मुझसे यह तक कह दिया था किजिस जमीन पर आप लकीर खींच देंगे, मैं वो आपको दे दूंगा। इस मंदिर का निर्माण राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थरों से किया गया है। यह मंदिर 27 एकड़ में बना है और इसकी ऊंचाई 108 फुट की है। यह मंदिर वास्तुशिल्प और अपनी भव्यता से पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा है। मंदिर उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने आरती में भी भाग लिया। आरती के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गर्भगृह में गए और प्रत्येक देवता की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद महंत स्वामी का आशीर्वाद लिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमें राष्ट्रीय संप्रभुता को मजबूत करते हुए अंतर्राष्ट्रीय परस्पर निर्भरता के लिए भी काम करना चाहिए। हमें अपने राष्ट्रीय हितों को पूरा करते हुए अंतर्राष्ट्रीय कानून के प्रति भी प्रतिबद्ध रहना चाहिए।

हमें राष्ट्रीय प्रगति और वैश्विक भलाई दोनों सुनिश्चित करनी चाहिए। हमें एक एकजुट, सहयोगात्मक और सहयोगी विश्व का निर्माण करना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम अपने देश में बदलाव कर रहे हैं तो क्या ग्लोबल गवर्नेंस इंस्टीट्यूशंस में भी सुधार नहीं होना चाहिए? हमें विकासशील दुनिया की चिंताओं और भागीदारी को बढ़ावा देना होगा। हमें जरूरतमंद देशों की मदद करनी होगी... हमें उभरती चुनौतियों के लिए वैश्विक प्रोटोटाइप बनाना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हाल के दिनों में एक बड़ा बदलाव देखा है। भारत का स्वच्छता अभियान हो, डिजिटल साक्षरता अभियान हो या बालिका शिक्षा अभियान, ऐसे हर बड़े लक्ष्य की सफलता जन-भागीदारी से ही सुनिश्चित हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि सामाजिक और वित्तीय समावेशन हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। हमने 50 करोड़ से अधिक लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा है...ये वे लोग थे जिनके पास कोई बैंक खाता नहीं था!

यह हमारे निरंतर प्रयासों का ही परिणाम है कि भारत फिनटेक और डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में वैश्विक मंच पर चमक रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। सतत विकास के लिए ऊर्जा सुरक्षा और स्थिरता की आवश्यकता है। एक दशक में हम 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के स्थान पर पहुंच गये। इसी अवधि में हमारी सौर ऊर्जा क्षमता छब्बीस गुना बढ़ गई। पीएम मोदी ने कहा कि हम ना केवल सरकारों के साथ उपस्थित चुनौतियों का समाधान करेंगे, बल्किविश्व-बंधुत्व को भी मजबूती देंगे।