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रूस के बाद ऑस्ट्रिया में भारतीय गीतों के साथ PM MODI का हुआ स्वागत... वियना में गूंजा वंदे मातरम

वहीं भारत और ऑस्ट्रिया के बीच राजनयिक संबंधों के भी 75 साल हो गए हैं. दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं.

रूस के दौरा के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रिया दौरे पर  हैं. ऑस्ट्रिया पहुंचने के बाद उनका शानदार स्वागत किया जा रहा है. वियना के होटल रिट्ज-कार्लटन पहुंचने पर ऑस्ट्रियाई कलाकारों ने उनके स्वागत में वाद्य यंत्रों के साथ वंदे मातरम गाकर अद्भुत प्रस्तुति दी.

ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने वियना पहुंचने के बाद अपने देश में उनका स्वागत करते हुए उन्हें गले लगाया और एक निजी कार्यक्रम के लिए उनकी मेजबानी की. भारत ने जहां पिछले साल आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाई है, वहीं भारत और ऑस्ट्रिया के बीच राजनयिक संबंधों के भी 75 साल हो गए हैं. दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं.

पीएम मोदी ने इस तरह जताया आभार

पीएम मोदी ने अब एक्स पर पोस्ट लिखकर आभार भी जताया है.उन्होंने कहा, ऑस्ट्रिया अपनी जीवंत संगीत संस्कृति के लिए जाना जाता है. उन्होंने आगे कहा,  इस अद्भुत प्रस्तुति के लिए धन्यवाद,  इस बेहतरीन प्रदर्शन के कारण मुझे वंदे मातरम की एक झलक देखने को मिली. 

इससे पहले रूस की यात्रा के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी का भारतीय गीतों और नृत्य से स्वागत किया गया। भारत और रूस के बीच अटूट संबंध हैं, ये बात रूस ने पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान देकर एक बार फिर सिद्ध कर दिया है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल (Order of St. Andrew the Apostle) देकर पीएम मोदी को सम्मानित किया. नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए यह सम्मान भारत की जनता को समर्पित किया. यह रूस का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार है. इसकी स्थापनी करीब 300 साल पहले की गई थी और नरेंद्र मोदी यह सम्मान प्राप्त करने वाले पहले भारतीय नेता हैं.

भारत में ही एक तबका करता है वंदे मातरम का विरोध 

भारत में ही एक तबका वंदे मातरम का विरोध करता है। जमीयत जैसे संगठन तो स्कूलों में सरस्वती वंदना और सूर्य नमस्कार को अधार्मिक बताते हुए मुस्लिम छात्रों से इनका बहिष्कार और विरोध करने का आह्वान करते हैं.