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NEET पेपर लीक मामले में आया नया मोड़...NSUI के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर किया प्रदर्शन, FIR दर्ज

नीट पेपर लीक को लेकर देशभर में प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच चुका है.

नीट पेपर लीक मामले में गरमा गर्मी तेज हो गई है। मामला शांत होने के बजाए और बिगड़ता ही जा रहा है.दरअसल विरोध जताते हुए कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर प्रदर्शन किया.

हालांकि दिल्ली पुलिस ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने एनएसयूआई कार्यकर्ता हनी बग्गा, राजवर्धन और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. नीट पेपर लीक को लेकर देशभर में प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच चुका है.

दरअसल, एनएसयूआई के छात्र नेताओं के ऊपर आरोप है कि उन्होंने नई दिल्ली जिले में लागू धारा 144 का उल्लंघन करते हुए बिना इजाजत कुशक रोड पर प्रदर्शन किया.

नीट एग्जाम को रद्द करने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार

दरअसल, नीट-यूजी एग्जाम में धांधली और पेपर लीक का आरोप लगा है. नीट का रिजल्ट 4 जून को सामने आया, जिसके बाद देशभर में पेपर लीक का मुद्दा उठने लगा. इसकी वजह ये रही कि कई सेंटर्स पर छात्रों के एक समान नंबर आए. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर नीट एग्जाम को रद्द करने की मांग की गई. हालांकि, अदालत ने एग्जाम को रद्द करने से इनकार कर दिया और कहा कि ऐसा करना अनुचित होगा. अदालत ने काउंसलिंग प्रक्रिया पर भी रोक लगाने से इनकार किया है. 

1563 छात्रों को दोबारा देना होगा एग्जाम

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार और एग्जाम करवाने वाली एजेंसी एनटीए ने बताया था कि 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. इसे अब रद्द कर दिया गया है. छात्रों के पास ऑप्शन है कि वे या तो ग्रेस मार्क्स छोड़ दें या फिर दोबारा से एग्जाआ गए थे. इसेम दें. ग्रेस मार्क्स की वजह से ही कई सारे छात्रों के ज्यादा नंबर लेकर ही लोगों ने विरोध किया. एनटीए ने कहा है कि दोबारा एग्जाम 23 जून को करवाए जाएंगे और नतीजों का ऐलान 30 जून को किया जाएगा. काउंसलिंग की तारीख 4 जुलाई ही रहेगी.