खाना खजाना
वेंक्टेश्वरा में आर्गेनिक कृषि शोध यात्रा का आयोजन
वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय में आयोजित आर्गेनिक कृषि शोध यात्रा में छात्रों और विशेषज्ञों ने जैविक खेती के आधुनिक तरीकों पर विचार-विमर्श किया, जिससे सतत कृषि को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया।
राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास
स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/
संस्थान के स्कूल आफ एग्रीकल्चर के
कृषि शोध संस्थान में आर्गेनिक कृषि
शोध यात्रा कार्यक्रम आयोजित किया
गया, जिसमें कृषि शोध संस्थान के
वैज्ञानिक एवं शोधार्थियों ने बताया कि
वेंक्टेश्वरा कृषि फार्म एवं शोध संस्थान
में 30 से अधिक आर्गेनिक सब्जियों
की उन्नत खेती के साथ एक दर्जन
प्राकृतिक खाद्यान्नों व मोटे अनाजों की
अधिक पैदावार वाली खेती हो रही है।
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति
डा. राजीव त्यागी एवं वरिष्ठ कृषि
वैज्ञानिक प्रो. थामस एब्राहम ने बताया
कि वेंक्टेश्वरा कृषि शोध संस्थान में पौने
छः फीट की आर्गेनिक लौकी की खेती के
साथ-2 दो दर्जन से अधिक सब्जियों एवं
खाद्यान्नों समेत 50 से करीब फसलों की
उन्नत खेती हो रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि देश में किसी
निजी संस्थान में शायद पहली बार एक
साथ काले गेंहू के साथ गेहूं की एक सौ
बारह किस्मों की खेती हो रही है। अगले
साल से जनपद के ही नहीं अन्य प्रदेशो के
किसान भाई यहां से गेहूँ की सौ से अधिक
उन्नत किस्मो के बीज खरीद सकते है।
उन्होने सभी किसान भाईयो से संस्थान
आकर विजिट करने की भी अपील की।
प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने
कहा कि वेंक्टेश्वरा द्वारा आयोजित इस
आर्गेनिक कृषि शोध यात्रा का उद्देश्य
देशभर के सम्मानित किसानों को यह
बताना है कि बिना रासायनिक खाद
व बिना कीटनाशक के बिना भी हम
आर्गेनिक खेती द्वारा लोगो को अच्छी
सेहत की सौगात के साथ-2 भारी मुनाफा
कमा सकते है। इस अवसर पर निदेशक
डीन एग्रीकल्चर प्रो. (डा.) थामस
एब्राहम, डा. शेषनाश मिश्रा, डा. माता
प्रसाद, डा. विनय कुमार सिंह, डा. ज्योति
सिंह, डा. ब्रजकिशोर, डा. वरूण त्रिपाठी,
डा. चन्द्रकान्त सिंह, डा. अभिषेक सिंह,
डा. आशिया वाहिद, कौशल कुमार,
अनुपम शर्मा, उदित तिवारी, मीडिया
प्रभारी विश्वास राणा आदि उपस्थित रहे।