देश की शान

बाबा साहब को याद कर बोले प्रवक्ता, ‘सर्वसमाज के हिमायती थे संविधान निर्माता’

डा. भीमराव अंबेडकर जन्मोत्सव पर निकली शोभायात्रा का जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत

भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के 133वें जन्म दिवस के अवसर पर डा. भीमराव अंबेडकर जन्मोत्सव समारोह समिति जनपद मेरठ द्वारा भव्य एवं विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया। शोभयात्रा का शुभारंभ भैंसाली मैदान से किया गया। शोभायात्रा में बाबा साहेब के जीवन, अन्य महापुरुषों के जीवन से प्रेरित, भारतीय संविधान, भगवान बुद्ध, संत रविदास आदि से संबंधित व देशभक्ति से ओतप्रोत सुसज्जित झांकियां सम्मतिलि रही। साथ ही बैंड बाजे, ताशा पार्टी, शहनाई वादक, डीजे आदि बड़ी संख्या में सम्मिलित रहे। शोभायात्रा भैंसाली मैदान से प्रारंभ होकर जली कोठी, घंटाघर चौराहा, रेलवे रोड, मैट्रो प्लाजा, देहली गेट, भूमिया का पुल, लिसाड़ी गेट, हापुड् अड्डा, ईव्ज चौराहा, एनएएस कालेज से होते हुए कचहरी स्थित डा. अंबेडकर प्रतिमा पर समापन समारोह के रूप में समाप्त हुई। इस बीच जगह-जगह शोभायात्रा का बाबा साहब के अनुयाईयों ने स्वागत किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता पूर्व प्रशासनिक अधिकारी गौतम सिंह ने की व संचालन पूर्व अध्यक्ष डा. अम्बेडकर जन्मोत्सव समारोह समिति चेतन्यदेव स्वामी ने किया। डा. चरणसिंह लिसाड़ी ने कहा कि बाबा साहेब भेदभाव, अंधविश्वास व पाखंडवाद के घोर विरोधी थे। सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे। राष्ट्र की एकता व अखंडता के प्रबल पक्षधर थे। हमें शिक्षा का मार्ग अपनाकर डा. अंबेडकर का सपना साकार करना चाहिए। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता कमलदत्त शर्मा ने कहा कि समाज में असंतुलन नहीं होना चाहिए। सामाजिक एकता, समानता व समरसता के लिए समाज में जागरुकता की आवश्यकता है। पूर्व महापौर सुनीता वर्मा ने कहा कि डा. अंबेडकर के विचारों को अपनाना चाहिए। बाबा साहेब ने महिलाओं के हित में कार्य किया है। पीतम सिंह प्रधानाचार्य ने कहा कि डा. अंबेडकर ने शिक्षा को सबसे महत्वपूर्ण बताया। हमें शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। हरिकिशन वर्मा ने कहा कि डा. अंबेडकर ने भारत का संविधान बनाकर दलित समाज का नाम रोशन किया। डा. अंबेडकर ने संपूर्ण जीवन संघर्षकिया, वे बड़े पत्रकार और लेखक भी थे। आयोजन समिति के अध्यक्षविनोद जाटव जाहिदपुर ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने संविधान में वंचितों व महिलाओं को विशेष अधिकार देकर उनका जीवन सुधारा। विशिष्ठ प्रतिभाओं का शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान भी किया गया। कु. आकांक्षा पीसीएसजे चयनित, दिव्या चिंडालिया पीसीएसजे, हर्शित राणा पीसीएसजे, मोनिका सागर असिस्टेंट प्रोफेसर नजीबाबाद, कुं विभा गृह मंत्रालय, प्रताप चंदौला बाक्सिंग चैंपियनशिप, साहिल लेखाधिकारी चयनित होने पर सम्मानित किया। इस अवसर पर विनोद जाटव जाहिदपुर, डा. चरणसिंह लिसाड़ी, चेतन्यदेव स्वामी, हरिकिशन अंबेडकर, लेखराज सिंह, विनोद कबाड़ी, संगीता राहुन, मनीष जाटव, कैलाश चंदौला, विजय सोनकर, ऋषभ सिसौली, हरेन्द्र जाटव, डा. रविप्रकाश, जगपाल सिंह बौद्ध, जतिन लिसाड़ी, चन्द्रशेखर, मदन गौतम, विनय विरालिया, अंकुर कुशवाहा, पीतम सिंह प्रधानाचार्य, सुनील कुमार मोदीपुरम, आनंद जाटव, उत्तम सैनी, महेन्द्र सिंह भारती, अभिषेक मौर्य, प्रशांत सूर्यवंशी, मोंटू सागर, पवन चिंडालिया, गोविंद सोनकर, अनिल जैनवाल, विमला जाटव, डा. अनुराधा पारद, ्ष तुमन सिंह, गंगा प्रकाश आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।