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हमारा सपना पूरा हुआ : पीएम मोदी

हमारा सपना पूरा हुआ : पीएम मोदी

अयोध्या (एजेंसी)। अयोध्या में रामलला की प्रा ण प्रति ष्ठा के 673 दिनों बाद PM मोदी और RSS सरसंघचालक मोहन भागवत ने पवित्र श्री राम जन्म भूमि मंदिर के शि खर पर भगवा ध्व ज फहराया, जो मंदिर का निर्मा ण पूरा होने का प्रतीक है। राम मंदिर में ध्व जारोहण की प्रक्रिय ा पूरी हुई। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपार जनसमूह को संबोधि त करते हुए कहा कि हमारा बहुत पुराना सपना अब पूरा हुआ। सदिय ों पुराने घाव थे अब वह धीरे-धीरे भरने शुरू हुए। पीएम ने कहा कि हम ऐसा समाज बनाएं, जहां कोई गरीब न हो। कोई पीड़ि त ना हो। यह ध्व ज युगों युगों तक श्री राम के आदेशों और प्रे रणाओं को मानव मात्र तक पहुंचाएगा। उन्ह ोंने हर दानवीर, श्र मवीर, कारीगर, योजनाकार, वास्तुतुकार का अभि नंदन किय ा। यही वह नगरी है, जहां से श्रीराम ने अपना जीवन पथ शुरू किय ा था।
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कसि त भारत बनाने के लि ए समाज की सामूहि क शक्ति की आवश्यकता है। यहां सप्त मंदिर बने हैं। यहां नि षाद राज का मंदिर बना है, जो साधन नहीं साध्य और उसकी भवानाओं को पूजती है। यहां जटायु जी और गि लहरी की भी मूर्ति है। जो बड़े संकल्प की सिद्धि के लि ए हर छोटे से छोटे प्रयास को दिखाती है।
इस मौके पर सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि आज हम सबके लि ए सार्थ कता का दिन है। इसके लि ए जि तने लोगों ने प्रा ण न्यो छावर कि ए, उनकी आत्मा तृप्त हुई होगी। अशोक जी को वहां पर शांति मि ली होगी। आज मंदिर का ध्व जारोहण हो गया। राम राज्य का ध्व ज जो कभी अयोध्या में फहराता था, आज वह फहरा गया है। इस भगवा ध्व ज पर रघुकुल का प्रतीक कोवि दार वृक्ष है। यह वृक्ष रघुकुल की सत्ता का प्रतीक है। यह वह वृक्ष है जि सके लि ए कहा जाता है, कि वृक्ष सबके लि ए छाया देते हैं, स्वंय धूप में खड़े रहकर, फल भी दूसरों के लि ए देते हैं।
जाते जि तनी कठि नाईयां हों, सूर्य भगवान उस संकल्प का प्रतीक है। इसमें सिर ्फ एक ही पहिय ा है। जैसे सपना उन लोगों ने देखा था, बिल्कु ल वैसा ही या यूं कहें कि उससे भी भव्य मंदिर बन गया है।
सीएम योगी अदित्यनाथ के संबोधन में एक नई उर्जा दिखाई दी। उन्ह ोंने कहा कि मंदिर के शि खर फहरा रहा यह केसरिय ा ध्व ज नए भारत का प्रतीक है। 500 वर् षों में समय बदला, नेतृत्व बदला, लेकिदकन आस्था न झुकी, न रुकी। जब आरएसएस के हाथ में कमान आई तो सिर ्फ एक ही आवाज गूंजती रही। रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे।
10 फीट ऊंचे और 20 फीट लंबे समकोण वाले ति कोने ध्व ज पर एक चमकते सूरज की तस्वी र है, जो भगवान श्री राम की चमक और वीरता का प्रतीक है, और इस पर कोवि दार वृक्ष की तस्वी र के साथ ‘ॐ’ लि खा है।पीएम ने ध्व जारोहण से पहले सप्त ऋषिय ों के दर्श न कि ए, भगवान शेषावतार लक्ष्म ण की पूजा की और जलाशय भी देखा।ध्व जारोहण से पहले पीएम मोदी ने राम दरबार में पूजा अर्च ना की।
ध्व जा की खासियदस्यत की बात करें तो समकोण त्रि भुजाकार धर्म ध्व जा की ऊंचाई 10 फुट और लंबाई 20 फुट है। ध्व ज पर उकेरा गया दीप्तिरीलपतमान
भगवान राम के तेज और वीरता का प्रतीक माना जाता है। इस पर ‘ॐ’ का चि न्ह और कोवि दार वृक्ष की आकृति भी अंकि त है। यह पवित्र ध्व जा गरिमा, एकता और सांस्कृतिकृदतक नि रंतरता का संदेश देती है और रामराज्य के आदर्शों का प्रतीक मानी जाती है। यह धर्म ध्व जा पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर शैली में निर्मि त मंदिर के ‘शि खर’ पर फहराई जाएगी, जबकि इसके चारों ओर बना लगभग 800 मीट र लंबा परकोटा दक्षि ण भारतीय वास्तुतुकला में डि जाइन किय ा गया है, जो मंदिर की वास्तुशिल्प विवि धता को दर्शा ता है। यह पवित्र झंडा प्रति ष्ठा , एकता और कल्च रल कंटि न्यूटी को दिखाता है और इसे रामराज्य के आदर्शों का प्रतीक माना जाता है। मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों पर वाल्मीकि रामायण पर आधारित भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े 87 बारीकी से पत्थ र पर उकेरे गए प्रसंग हैं। घेरे की दीवारों पर भारतीय संस्कृति से जुड़े 79 कांस्य-ढाल वाले प्रसंग रखे गए हैं।
अहमदाबाद के एक पैराशूट स्पे शलि स्ट ने इसे डि जाइन किय ा है। इस झंडे का वजन दो से तीन कि लोग्रा म के बीच है और इसे मंदिर की 161 फीट ऊंची चोटी और 42 फीट ऊंचे झंडे के खंभे के ऊपर के हालात को झेलने के लि ए बनाया गया है। झंडे पर चमकता हुआ सूरज भगवान राम की काबिलिय त और बहादुरी का प्रतीक माना जाता है। झंडे में ‘ओम’ का निदनशान और कोदवदारा पेड़ की आउटलाइन भी है।