रुद्रपुर। यूं तो साधु और संन्यासियों के विषय
में लगातार सुना और देखा जाता रहा है कि
वह तप और तपस्या, ईश्वर साधना में लीन
के चलते कई-कई वर्षों से अन्य त्याग चुके
हैं, लेकिन अन्न त्यागने की बात जब बड़े
अधिकारियों की आए तो थोड़ी हैरानी तो
जरूर होती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं
उत्तराखंड के एक ऐसे आईपीएस अधिकारी
जो वर्तमान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के
गृह जनपद में बतौर एसएसपी तैनात हैं।
उन्होंने
वर्ष 2019 से एकाएक अन्न का त्याग कर
दिया। रोटी, दाल, चावल, खीर, हलवा, पूड़ी
इत्यादि जो भी अन्न में आता है उससे उन्होंने
पूरी तरह से दूरी बनाते हुए वह फल, उबली
सब्जी और दूध के सहारे ही पूरी तरह से अपने
शहरीर को फिट रखे हुए हैं।
नियमित रूप से व्यायाम और कसरत
करना भी उनके दिनचर्या में शामिलहै
दैनिक न्यूज फर्स्ट टुडे से फ़ुर्शत के कुछ
पलों में खास बातचीत में वरिष्ठ आईपीएस
अधिकारी एवं जिले के पुलिस कप्तान
मणिकांत मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2019 में
एकाएक उनके मन में आया किजिस तरह से
केमिकल के द्वारा खेती का उत्पादन हो रहा है
और अनाज का सेवन करने पर भी विभिन्न
तरह की बीमारियां मनुष्य के शरीर में घर कर
रही हैं।
ऐसे में उन्होंने अचानक ही एक निर्णय
लिया और उन्होंने दाल, चावल रोटी आदि
को तिलांजलि दे दी और अपने जीवन की
दिनचर्या में उन्होंने फल, उबली हुई सब्जी,
दूध और ड्राई फ्रूट का सेवन करना ही उचित
समझा। आज उत्तराखंड के यह आईपीएस
अधिकारी परी तरह से ह ू ष्टपुष्ट और स्वस्थ हैं।
ना उन्हें कोई बीमारी है और नहीं उनके शरीर
में कहीं कोई कमजोरी। बल्कि उनके चेहरे पर
प्रकाश झलकता है। सामाजिक जीवन में भी
वह जब किसी भी उत्साह, मांगलिक कार्य में
जब शामिल होते हैं तो वहां पर भी वह कोई भी
भोजन ग्रहण नहीं करते। हमेशा उनकी गाड़ी में
उनके नियमित लेने वाला आहार रहता है और
उस संतुलित आहार से ही पूरी तरह से चुस्त
भी रहते हैं। उन्होंने बताया कि छात्र जीवन में
उन्हें दाल, चावल का बहुत ज्यादा शौक रहा
है और दोनों तीनों टाइम वह अत्यधिक मात्रा
में चावल का सेवन करते थे, सर्विस में आने
के बाद भी वह दाल रोटी सब्जी इत्यादि को
काफी मात्रा में लेते रहे, लेकिन एकाएक उनके
मन में विचार आ गया कि अनाज का त्याग
करने के बाद भी इंसान पूरी तरह से स्वस्थ रह
सकता है और पौष्टिकता से भरपूर बहुत सी
ऐसी खाद्य वस्तुएं हैं जिनके सेवन से भी इंसान
पूरी तरह से निरोगी रहता है।
नियमित व्यायाम
और कसरत करना भी उनकी दिनचर्या में
शामिल है। आज भी उनके चेहरे पर जोप्रकाश
दिखाई देता है उससे यही संदेश जाता है कि
यदि इंसान अपने शरीर को चाहे तो पूरी तरह
से निरोगी बना सकता है और इस पर उधम
सिंह नगर के पुलिस कप्तान मणिकांत मिश्रा
पूरी तरह से सफल साबित हुए। लोगों को भी
वह एक अच्छा संदेश देते हैं कि हस्तपुष्ट रहने
के लिए बहुत सी पौष्टिक वस्तुएं हैं जिनके
अल्पहर सेवन से भी इंसान बहुत ही सुखी
जीवन व्यतीत कर सकता है। इंसान के शरीर
में परी चु ू स्ती और फुर्ती सदैव बनी रहती है और
एक नई ऊर्जा का संचार होता है।