लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ
की अनूठी पहल सीएम फेलो प्रदेश के ग्रामीण विकास के क्षेत्र में
नई इबारत लिख रहे हैं। प्रदेश के आकांक्षात्मक विकास खंडों
में नियुक्त किए गए सीएम फेलो अपने इनोवेटिव प्रयासों से न
केवल मुख्यमंत्री के विजन को साकार कर रहे हैं, बल्किग्रामीण
विकास के क्षेत्र में नई मिसाल भी रच रहे हैं।
इस क्रम में लखीमपुर जनपद के सीएम फेलो ने स्थानीय
अधिकारियों के सहयोग से कुकरा और जलालपुर गांव के
उपस्वास्थ्य केंद्र में प्रसव केंद्र की स्थापना कराकर, गांव और
आसपास के क्षेत्रों में इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी की संख्या को 94
प्रतिशत तक पहुंचाया है। वहीं, बलिया, गोरखपुर और बदायूं
जनपद के आकांक्षात्मक विकास खंडों के सीएम फेलो ने ऐसे
ही इनोवेटिव प्रयोगों से ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और कृषि
के क्षेत्र में भी विकास के सफल प्रयोग किए हैं, जो आने वाले
समय में प्रदेश की विकास की नीतियों के लिए मिसाल बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन और दूरगामी नीति
का ही परिणाम है कि प्रदेश के सभी आकांक्षात्मक विकास खंडों
में नियुक्त सीएम फेलो अपने इनोवेटिव प्रयोगों से ग्रामीण शिक्षा,
स्वास्थ्य, पोषण, कृषि और महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में
विकास की नई मिसाल पेश कर रहे हैं।
इसी क्रम में लखीमपुर जनपद के बांकेगंज आकांक्षात्मक
ब्लॉक में सीएम फेलो सुरेंद्र दीक्षित ने कुकरा और जलालपुर
गांवों के उपस्वास्थ्य केंद्र की 8.50 लाख रुपए से मरम्मत
करवाने के साथ प्रसव केंद्र की व्यवस्था को सुदृढ़किया। इसका
परिणाम है कि क्त्र में सुर षे क्षित इंस्टीट्शनल यू डिलीवरी की संख्या
क्रमशः कुकरा ग्राम पंचायत में 77 फीसदी और जलालपुर में
94 फीसदी तक पहुंच गई है। क्षेत्र में सुरक्षित इंस्टीट्यूशनल
डिलीवरी की संख्या 5 से 6 प्रसव प्रतिमाह से बढ़कर वर्तमान में
20 प्रसव प्रतिमाह तक पहुंच गई है, साथ ही धात्री मां और शिशु
के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखना संभव हुआ है।
सबसे अनूठा प्रयोग बदायूं जनपद के सलारपुर ब्लॉक के
सीएम फेलो मयंक सिंह ने किया है, उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र और
आंगनबाड़ी में संसाधन और फंड की कमी को दूर करने के लिए
मधुबनी पेंटिंग के माध्यम से जागरूकता संदेश के बैनर बनाकर
जागरूकता भी और आजीविका भी के मंत्र को सफल बनाया।
सीएम फेलो ने महंगे प्रोजेक्टर और बैनर के बजाय स्वयं
सहायता समूह की महिलाओं के सहयोग से मधुबनी पेंटिंग में
जागरूकता संदेश के बैनर बनाकर फंडरेज किया। इसकी मदद
से 4 आंगनबाड़ी केंद्र के लिए मापन उपकरण खरीदे गए।