चंडीगढ़ (एजेंसी)। हरियाणा पुलिस
के आईजी वाई पूरन कुमार ने खुद को
गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना
सेक्टर-11 की है। घटना की सूचना
मिलते ही स्थानीय पुलिस घटना स्थल पर
पहुंची है। जानकारी मिलते ही चंडीगढ़
पुलिस की एसएसपी, सीएफएसएल और
फोरेंसिक टीम भी घटना स्थल पर पहुंच
गई है।
जानकारी के अनसा ु र हरियाणा पुलिस
के आईजी वाई पूरन कुमार ने खुद को
गोली मारकर आत्महत्या की है। आईजी
वाई पूरन कुमार की कुछ दिन पहले
रोहतक के सुनारिया जेल में तैनाती हुई
थी।
उन्होंने चंडीगढ़ सेक्टर-11 स्थित
अपनी कोठी में सुसाइड किया है। वाई
पूरण कुमार की पत्नी पी अमनीत कुमार
विदेश दौरे पर हैं। आईएएस पी अमनीत
कुमार, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मंत्री
राव नरवीर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी
भी जापान दौरे पर हैं।
2001 बैच के आईपीएस अधिकारी
वाई पूरन कुमार ने घर की बेसमटें में
अपने सिर में गोली मारी है। उनकी एक
सप्ताह पहले 29 सितंबर को सुनारिया
जेल में ट्रांसफर हुई थी।
अभी उन्होंने
वहां ज्वाइन नहीं किया। सूत्रों के अनुसार
घटना स्थल पर सुसाइड नोट भी मिला है,
जिस चंडीगढ़ पुलिस ने अपने कब्जेमें
ले लिया है। हालांकि इसकी पुष्टि पुलिस
नहीं कर रही है। वाई पूरन सिंह 2001
बैच के आईपीएस अधिकारी थे। बताया
जा रहा है कि उन्होंने अपने घर में खुद को
गोली मारी है। उधर, घटना के बाद उनके
घर पर लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस ने
शव को कब्जेमें लेकर सेक्टर-16 स्थित
जीएमएसएच पहुंचाया है।
जानकारी के अनुसार आईजी वाई
पूरन कुमार बीते डेढ़ वर्षसे काफी सर्खियों
में रहे थे।
उन्हें एडीजीपी रैंक से आईजी
रैंक में प्रमोट किया गया था। आईजी वाई
पूरन कुमार ने पिछले वर्ष वन ऑफिसर
वन हाउस पॉलिसी के तहत शिकायत
दी थी और प्रदेश के कई अफसरों की
शिकायत की थी। इस वजह से वह
सूर्खियों में आए थे। उन्होंने आरोप लगाया
था कि कई आईपीएस अफसरों ने एक से
ज्यादा सरकारी आवास ले रखे हैं।