जुर्म

संसद के बाद अब गृह मंत्रालय की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश, फर्जी पहचान पत्र के साथ युवक गिरफ्तार

Home Ministry Security: दिल्ली पुलिस ने फर्जी पहचान पत्र पर नार्थ ब्लाक स्थित गृह मंत्रालय के आफिस में घुसने की कोशिश करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम आदित्य प्रताप सिंह है.

Home Ministry Security: संसद के बाद अब गृह मंत्रालय की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश हुई है. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने इसे नाकाम कर दिया. पुलिस ने फर्जी पहचान पत्र पर नार्थ ब्लाक स्थित गृह मंत्रालय के आफिस में घुसने की कोशिश करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है.

दिल्ली के कर्तव्य पथ थाने की पुलिस ने फर्जी पहचान पत्र पर नार्थ ब्लाक स्थित गृह मंत्रालय के आफिस में घुसने की कोशिश करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम आदित्य प्रताप सिंह. आदित्य किस मकसद से फर्जी आईडी पर घुसा, इसकी पुलिस जांच कर रही है. लेकिन फिलहाल इसका कोई टेरर एंगल नहीं पता चला है. जानकारी के मुताबिक, आदित्य किसी से जालसाजी करने के इरादे से अंदर घुसा था. आरोपी से स्पेशल सेल और अन्य एजेंसियां भी पूछताछ कर रही हैं.

संसद में हुई थी सेंधमारी

इससे पहले 13 दिसंबर को दो युवकों ने संसद में सेंधमारी की थी. ये युवक बीजेपी सांसद के पास से संसद की दर्शकदीर्घा में पहुंचे थे. जब सदन की कार्यवाही चल रही थी, तब ये युवक संसद में कूद गए थे. इसके बाद इन युवकों ने अपने जूते से पीले रंग का गैस स्प्रे किया था. हालांकि, संसद में मौजूद सांसदों ने इन्हें पकड़ लिया था और सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया था.

जब इन दोनों युवकों ने सदन में सेंधमारी की थी, तभी एक युवक और एक युवती ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया था. पुलिस ने संसद में घुसपैठ के सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने इस मामले में मनोरंजन डी, सागर शर्मा, नीलम झा, अमोल शिंदे, ललित झा और महेश कुमावत को गिरफ्तार किया था.

मनोरंजन डी, सागर शर्मा ने संसद के भीतर घुसकर उत्पाद मचाया था और नारेबाजी की थी. जबकि नीलम झा, अमोल शिंदे ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया था. उस वक्त ललित झा भी वहां मौजूद था, उसने नीलम और अमोल के प्रदर्शन का वीडियो बनाया था और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इसके बाद ललित सभी आरोपियों के फोन लेकर फरार हो गया था. पुलिस ने ललित और महेश को राजस्थान से गिरफ्तार किया था. हालांकि, ललित ने सभी आरोपियों के फोन को जलाकर नष्ट कर दिया था.