हास्य

कोहरा बना काल : टक्कर से सात बसें जलीं, 13 मरे

यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा में हुआ हादसा, तीन कारें और सात बसें आपस में टकराई, पीएम और सीएम ने जताया हादसे पर दुख

मथुरा में यमुना एक्सप्रेस वे पर मंगलवार तड़के घने कोहरे ने कहर बरपा दिया। सुबह करीब 3:30 बजे बलदेव थाना क्षेत्र में 127 किलोमीटर माइलस्टोन के पास हुए भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक यात्री घायल हो गए। मंडल आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया है कि चार शवों की पहचान हो गई है, अन्य के शिनाख्त के लिए टीम जुटी हुई है। 17 बैग में कंकाल और जले हुए टुकड़ेलाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरादुख जताते हुए मुआवजे का ऐलान किया। इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। घटना बलदेव थाना क्षेत्र के गांव खड़ेहरा के निकट माइल स्टोन संख्या 125 पर हुई है। यहां घना कोहरा होने के कारण रात में दृश्यता शून्य थी। इससे आगे-पीछे चल रहे वाहनों के चालक एक-दूसरे को देख नहीं सके और वाहन आपस में टकरा गए।

टक्कर इतनी तेज थी कि वाहनों में आग लग गई। जानकारी के अनुसार यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के आगरा से नोएडा जा रही लेन पर घने कोहरे के बीच तेज रफ्तार में दौड़ रहे कई वाहन आपस में टकरा गए। सात बसों और दो कारों में भीषण आग लग गई। कई लोग वाहनों के अंदर फंस गए, कुछ ने बसों ने कूदकर अपनी जान बचाई। डीएम सीपी सिंह ने बताया कि अब तक 13 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीन मृतकों की पहचान हो चुकी है। पोस्टमार्टम हाउस पर करीब 18 बैग में अवशेष पहुंचे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना के समय दृश्यतालगभग शून्य थी। कोहरे के चलते एक के बाद एक सात बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं। टक्कर इतनी भीषण थी कि कई वाहनों में धमाके के साथ आग लग गई। आग की लपटें उठते ही बसों में सवार यात्रियों में चीखपुकार मच गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण की टीमें मौके पर पहुंचीं। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया और घायलों को वाहनों से बाहर निकाला गया। घायलों को जिला अस्पताल मथुरा, 100 शैय्या अस्पताल वृंदावन में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा रेफर किया गया है।

38 लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं। जिनका उपचार चल रहा है। 39 बलदेव सीएचसी पर हैं। कानपुर निवासी अमन यादव ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ कार से बांके बिहारी मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। घने कोहरे के कारण कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। तभी अचानक सामने से आए वाहन ने उनकी कार में टक्कर मार दी और उसके बाद लगातार कई वाहन आपस में टकराते चले गए। हमीरपुर की नसीमा ने बताया कि वह अपने पति के साथ मजदूरी करने पानीपत जा रही थीं। उनकी बस सामने से आ रही दूसरी बस से टकरा गई, जिसके बाद उसमें तेजी से आग लग गई। किसी तरह जान बचाई जा सकी, लेकिन उनके पति गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आगरासे नोएडा की ओर जाने वाले यमुना एक्सप्रेस वे पर लंबा जाम लग गया, जिसे बाद में यातायात पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों से सुचारू कराया। मंडल आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया है कि चार शवों की पहचान हो गई है, अन्य के शिनाख्त के लिए टीम जुटी हुई है। फिलहाल घटना में प्रशासन ने दस लोगों के मरने की पुष्टि कर दी है, हालांकि बीस लोगों की जिन्दा जलकर मौत होने की जानकारी मिली है।